छत्तीसगढ़ के सरगुजा जिले में एक सरकारी स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों से टॉयलेट साफ कराया गया। इसका वीडियो जब सोशल मीडिया पर वायरल हुआ तो बवाल मच गया। आरोप है कि स्कूल की प्रिंसिपल उमा प्रजापति ने बच्चों से ये काम करवाया है। आपको बता दें कि इस प्रिसिंपल पर आरोप है कि इसने इससे पहले भी बच्चों से इस तरह के कई काम कराए थे।
तमिलनाडु में भी ऐसा मामला
तमिलनाडु के इरोड जिले में एक प्राथमिक स्कूल की प्रिंसिपल को अनुसूचित जाति के छह छात्रों से कथित तौर पर स्कूल के शौचालय साफ कराने के आरोप में शनिवार को गिरफ्तार किया गया है। पलक्कराई पंचायत संघ प्राथमिक विद्यालय की प्रिंसिपल गीता रानी को जिले के पेरुंदुरई से गिरफ्तार किया गया। यह मामला हाल ही में सामने आया था जब कुछ छात्रों के माता-पिता ने अपने बच्चों के हाथों पर छाले देखे और इसके बारे में उनसे पूछा।
ऐसे हुआ था मामले का खुलासा
डेंगू के इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती एक बच्चे ने अपनी मां को बताया था कि कुछ छात्रों से स्कूल के शौचालयों को ब्लीचिंग पाउडर से नियमित रूप से साफ कराया जा रहा है। स्कूल में एक शौचालय छात्रों के लिए और दूसरा शिक्षकों के लिए है। इसके बाद लड़के की मां ने पुलिस से संपर्क किया जिसने गीता रानी के खिलाफ मामला दर्ज किया और उसकी तलाश शुरू कर दी। इस बीच, जिला शिक्षा अधिकारियों ने भी इस मामले की जांच की और इसे सही पाया। प्रिंसिपल को 30 नवंबर को निलंबित कर दिया गया था।