नई दिल्ली। केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने शुक्रवार को कहा कि नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति में ग्रामीण क्षेत्र के छात्रों को शहरों और दुनिया से जोड़ने की परिकल्पना की गई है जिसमें दूरस्थ शिक्षा का महत्वपूर्ण योगदान है। करनाल स्थित इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय के क्षेत्रीय केंद्र के नए भवन के शिलान्यास कार्यक्रम को डिजिटल माध्यम से संबोधित करते हुए निशंक ने कहा कि सुदूर गांव तक शिक्षा प्रदान करने में इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय (इग्नू) का महत्वपूर्ण योगदान है। तमाम अभाव में रहने के बावजूद जिनके मन में शिक्षा प्राप्त करने की आकांक्षा है, ऐसे लोगों को मिशन के रूप में इग्नू शिक्षा पहुंचाने का काम कर रहा है।
नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा, ''नीति में ग्रामीण क्षेत्र के छात्रों को शहरों और दुनिया से जोड़ने की परिकल्पना की गई है। इसमें दूरस्थ शिक्षा का महत्वपूर्ण योगदान है। इसके माध्यम से सुदूर क्षेत्रों तक शिक्षा पहुंचाने के कार्य को तेजी से आगे बढ़ाया जाएगा। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2024-25 तक देश की अर्थव्यवस्था को 5000 हजार करोड़ डालर की बनाने की परिकल्पना की है, आत्मनिर्भर भारत पर जोर दिया है....इसमें शिक्षा का महत्वपूर्ण योगदान रहने वाला है। अधिकारियों ने बताया कि करनाल स्थित इग्नू के क्षेत्रीय केंद्र की स्थापना 1991 में हुई थी और अभी 83 हजार शिक्षार्थी इससे जुड़े हुए हैं ।