
इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी यानी IIT मद्रास अब होनहार बच्चों को बिना जेईई एडवांस्ड दिए एडमिशन देगा। इसके लिए IIT मद्रास ने सीटें भी रिजर्व की हैं। ये सीटें नेशनल और इंटरनेशनल ओलंपियाड में एक्सीलेंस प्रदर्शन करने वाले छात्रों के लिए रिजर्व की गई हैं। IIT मद्रास ने कहा है कि वह नेशनल और इंटरनेशनल ओलंपियाड में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले छात्रों को हर अंडरग्रेजुएट कोर्स में दो अतिरिक्त सीट उपलब्ध कराएगा।
किस साल से मिलेगा फायदा?
संस्थान के निदेशक वी.कामकोटि ने सोमवार को घोषणा करते हुए कहा कि ये सीट 2025-26 एकेडमिक सेशन से शुरू हो जाएंगी और इनमें से एक सीट विशेष रूप से लड़कियों के लिए रिजर्व रहेगी। जानकारी दे दें कि ओलंपियाड प्रतियोगी परीक्षाएं हैं। कामकोटि ने आगे कहा, ‘साइंस ओलंपियाड उत्कृष्टता’ (ScOpE) नामक इस श्रेणी के तहत एडमिशन जेईई (एडवांस्ड) ढांचे के बाहर होगा और छात्रों को साल 2025-2026 से एडमिशन दिया जाएगा।
उन्होंने आगे बताया, ‘‘स्पोर्ट्स एक्सीलेंस एडमिशन और फाइन आर्ट एंड कल्चर एक्सीलेंस मोड के आधार पर एडमिशन के समान, एससीओपीई में भी हर एक कोर्स के लिए दो अतिरिक्त सीटें होंगी, जिनमें से एक सीट विशेष रूप से छात्राओं के लिए होगी।’’
क्या है क्राइटेरिया?
कामकोटि ने कहा, ‘‘एलिजिबिलिटी क्राइटेरिया कि बात करें तो ये कक्षा 12 पास होना और आयु, अन्य मानदंडों के साथ-साथ संबंधित वर्ष के लिए जेईई (एडवांस्ड) के समान ही हैं। अभ्यर्थी को पिछले सालों में किसी आईआईटी में एडमिशन नहीं मिला होना चाहिए।’’ पहले बैच के लिए आवेदन करने की शुरुआत 3 जून 2025 को होगी।
ये भी पढ़ें:
पीएचडी छात्रों के लिए बड़ी खुशखबरी, दिल्ली की इस यूनिवर्सिटी ने रातोंरात बढ़ा दी 62% फेलोशिप
JEE Main 2025 के दूसरे सेशन के लिए क्या है एग्जाम शेड्यूल? यहां जानें
रेलवे में करनी है नौकरी तो न छोड़ें ये खास मौका, 10वीं पास युवा कर सकते हैं आवेदन