इंजीनियरिंग जैसी महंगी पढ़ाई हर किसी के बस की बात नहीं होती है। वहीं गरीब वर्ग के प्रतिभाशाली छात्र छात्राओं के लिए आईआईटी जैसे संस्थानों में पढ़ना एक सपने जैसा ही होता है। अब ऐसे छात्रों के सपनों को साकार करने के लिए देश के दो प्रमुख आईआईटी स्कॉलरशिप लेकर आए हैं। आईआईटी-बॉम्बे द्वारा दिवंगत शांतिलाल मोहनलाल शाह की याद में वंचित वर्ग के आवेदकों के लिए एक छात्रवृत्ति शुरू की गई है। वहीं दूसरी ओर आईआईटी-दिल्ली भी इसी प्रकार की एक 10-वर्षीय छात्रवृत्ति लेकर आया है।
दिवंगत शांतिलाल मोहनलाल शाह 1823 में 1923 में केन्या चले गए और एक सफल व्यवसायी बन गए। बाद में वे भावनगर लौट आए और अपने जीवन के अंतिम बीस वर्ष समाज के सबसे गरीब सदस्यों के हित में काम करने में व्यतीत किए।
आईआईटी बॉम्बे के डीन एलुमनी एंड कॉरपोरेट रिलेशंस के प्रो. सुहास जोशी ने कहा, “हम वास्तव में एसएम शाह ट्रस्ट के इस विचारशील योगदान की सराहना करते हैं। शुरू की गई छात्रवृत्ति निश्चित रूप से जरूरतमंद, योग्य छात्र के अध्ययन में सहायता करेगी। ऐसी छात्रवृत्ति का प्रभाव निश्चित रूप से कई लोगों को प्रेरित करेगा। हम दृढ़ता से मानते हैं कि यह एस एम शाह ट्रस्ट और आईआईटी बॉम्बे के बीच लंबे समय से चले आ रहे रिश्ते की शुरुआत है। ”
IIT दिल्ली में एलुमनी अफेयर्स के डीन प्रो. नवीन गर्ग ने कहा, “हम स्वर्गीय श्री एस एम शाह के ट्रस्टियों के आभारी हैं कि उन्होंने IIT दिल्ली को इन स्कॉलरशिप के लिए चुना। हमें उम्मीद है कि इन छात्रवृत्तियों से लाभ उठाने वाले छात्रों को मानव जाति की सेवा करने की श्री शाह की विरासत जारी रहेगी। ”