सरकारी नौकरी (Government Jobs) की वैकेंसी जब भी निकलती है, उसके लिए लाखों उम्मीदवार अप्लाई करते हैं। लेकिन सिलेक्ट सिर्फ उतने ही हो पाते हैं, जितने पदों के लिए भर्ती निकली होती है। ऐसे में लाखों उम्मीदवार ऐसे बच जाते हैं, जिनका सलेक्शन भी नहीं हो पाता और उनकी फॉर्म फीस भी बेकार हो जाती है। कितने बच्चे तो ऐसे परिवार से आते हैं जिनके लिए फॉर्म फीस (Form Fee) का बोझ उठाना भी आसान नहीं होता, क्योंकि महीने में कई वैकेंसी निकलती हैं और ज्यादातर फॉर्म की फीस 500 रुपए से अधिक ही होती है। ऐसे में अगर किसी राज्य की सरकार ने ये फैसला किया है कि वह उन उम्मीदवारों की फॉर्म फीस वापस करेगी, जिनका सलेक्शन नहीं हुआ तो यह स्वागत योग्य कदम है।
क्या है यह फैसला
ऐसे तो यह फैसला असम की सरकार ने किया है, लेकिन अब इसे लेकर देश के अन्य राज्यों में भी मांग उठने लगी है। दरअसल, असम सरकार ने रविवार को राज्य के अलग-अलग विभागों में ग्रेड 3 की नौकरियों के लिए लगभग 11,000 कर्मचारियों की भर्ती के लिए आयोजित लिखित परीक्षा के परिणाम घोषित कर दिए। इस परीक्षा में लगभग 8 से 10 लाख उम्मीदवारों ने भाग लिया था, ऐसे में कई लाख उम्मीदवार हैं जो इस लिखित परीक्षा में पास नहीं हुए। इसी को लेकर असम के मुख्यमंत्री हेमंत विश्व शर्मा ने कहा कि राज्य सरकार उन सभी उम्मीदवारों के फीस वापिस करेगी, जो लिखित परीक्षा में पास नहीं हुए हैं।
22 हजार उम्मीदवारों को सिलेक्ट किया गया
इन 11 हजार रिक्त पदों के लिए लगभग दोगुने उम्मीदवारों को सिलेक्ट किया गया है। वह अब दूसरे दौर के इंटरव्यू में शामिल होंगे। परीक्षा इस साल 21 और 28 अगस्त को आयोजित की गई थी। ग्रेड 3 और ग्रेड 4 को मिलाकर कुल 26,442 रिक्त पद थे, जिनमें से ग्रेड 4 पदों के परिणाम पहले ही घोषित कर दिए गए थे।