नई दिल्ली। आईबीएम और राष्ट्रीय कौशल विकास निगम (एनएसडीसी) ने शुक्रवार को एक मुफ्त डिजिटल शिक्षा मंच की शुरुआत की, जो नई प्रौद्योगिकियों तथा पेशेवर कौशल विकास पर केंद्रित है। इस गठजोड़ के तहत आईबीएम ‘ओपेन पी-टेक’ मंच से ऑनलाइन पाठ्यक्रम तैयार करेगा और एनएसडीसी के ई-स्किल इंडिया पोर्टल के जरिए इसकी पेशकश की जाएगी। इस पहल से देश के युवाओं को अपना भविष्य बनाने के लिए विभिन्न कौशल सीखने में मदद मिलेगी।
आईबीएम द्वारा जारी एक विज्ञप्ति के मुताबिक इस साझेदारी के तहत आईबीएम अपने 30 से अधिक ओपेन पी-टेक पाठ्यक्रमों को ई-स्किल इंडिया पोर्टल पर सूचीबद्ध करेगी, जिनकी प्रशिक्षण अवधि 60 घंटे से अधिक है। इस पहल के तहत 18 से 22 साल के युवाओं को साइबर सिक्योरिटी, ब्लॉकचैन, कृत्रिम मेघा और मशीन लर्निंग, क्लाउड, इंटरनेट ऑफ थिंग्स जैसी उभरती तकनीकों के बारे में निशुल्क प्रशिक्षण दिया जाएगा।
भारत और दक्षिण एशिया में आईबीएम के प्रबंध निदेशक संदीप पटेल ने संवाददाताओं को बताया कि कोविड-19 महामारी ने डिजिटल को अपनाने की गति तेज कर दी है, जैसा कि पहले कभी देखने को नहीं मिला। उन्होंने कहा, ‘‘आज हमारी शिक्षा प्रणाली अगली पीढ़ी को तैयार करने के लिए तकनीकी कौशल के साथ पढ़ाने के लिए पूरी तरह से तैयार नहीं है.कौशल में काफी कमी है।’’ उन्होंने अंतरराष्ट्रीय श्रम संगठन के आंकड़ों का हवाला देते हुए कहा कि भारत में 2030 तक 2.9 करोड़ कुशल कामगारों की कमी होगी और ऐसे में व्यवसायों को अपने मौजूदा कार्यबल को फिर से प्रशिक्षित करने और उनके कौशल को बढ़ाने के लिए मदद करनी होगी।
उन्होंने कहा कि साथ ही लोगों को भी जीवन भर कुछ न कुछ सीखते रहने के लिए सक्रिय नजरिया अपनाना होगा और सरकार को इन प्रयासों का समर्थन करने के लिए उचित माहौल तैयार करना चाहिए। पटेल ने कहा कि भारत में आईबीएम के ओपेन पी-टेक की शुरुआत मार्च 2020 में हुई थी। दुनिया भर में इस मंच के 44,000 शिक्षार्थी हैं, जिनमें से लगभग 9,000 भारत में हैं। यह मंच फिलहाल अंग्रेजी में उपलब्ध है और इसे जल्द ही हिंदी सहित विभिन्न भारतीय भाषाओं में शुरू किया जाएगा। एनएसडीसी के प्रबंध निदेशक और सीईओ मनीष कुमार ने कहा कि डिजिटल शिक्षा से रोजगार के क्षेत्र में महिलाओं और युवाओं की भागीदारी बढ़ेगी।