Highlights
- रटने से किताबों पर फोकस बनाना बहुत मुश्किल हो जाता है
- एक हाथ में स्मार्टफोन रखकर पढ़ने से दिमाग भटकता है
- नोट्स बनाकर पढ़ने से सिलेबस को कम वक्त में कवर किया जा सकता है
किताबें जिंदगी की सबसे अच्छी दोस्त होती हैं। किताबें न तो किसी तरह की शिकायत करती हैं और न ही कोई मांग जिसे देने में मुश्किल आती हो। किताबों की कहानियां, दुनिया ही अलग होती है, लेकिन ये बातें सिर्फ बड़ों को अच्छी लगती हैं। स्कूल, कॉलेज का सिलेबस पढ़ने वाले बच्चों को जब किताबें उठाकर देखने के लिए कहा जाता तो गंदा सा मुंह बना लेते हैं। अगर आपका भी दिमाग किताबों पर फोकस नहीं कर पाता है, तो आज हम आपके साथ कुछ खास टिप्स शेयर करने जा रहे हैं जिसे फॉलो करके न सिर्फ आपकी किताबों में रूचि बढ़ेगी बल्कि सिलेबस भी तेजी से कवर हो जाएगा।
सिलेबस कवर करने के लिए ऐसे पढ़ें किताबें-
रट्टा मारने से बचें
कई बार लोग किताबों को घंटों तक रटते-रटते पढ़ते हैं इससे फोकस बनाने में मुश्किल आती है। रटने से किताबों पर फोकस बनाना बहुत मुश्किल हो जाता है। अगर आप किताबों को सिलेबस कवर के नजरिए से पढ़ना चाहते हैं तो कभी भी रट्टा न मारें। पढ़ते वक्त चीजों को समझने की कोशिश करें।
एक वक्त पर एक ही चीज पर फोकस करें
किताबें पढ़ने में रूचि न रखने वाले ज्यादातर लोगों के एक हाथ में मोबाइल या लैपटॉप होता है और दूसरे में किताब। एक हाथ में स्मार्टफोन रखकर पढ़ने से दिमाग भटकता है और आप हर चीज पर फोकस नहीं कर पाते हैं। किताबें पढ़ते वक्त सिर्फ उसी पर ध्यान लगाएं, ऐसा करने से सिलेबस तेजी से कवर करने में आसानी होगी।
नोट्स बनाएं
किताबें पढ़ने में रूचि न रखने वाले छात्रों की पढ़ाई पर फोकस करने का बेस्ट तरीका है नोट्स बनाना। नोट्स बनाकर पढ़ने से न सिर्फ पढ़ाई आसान हो जाती है बल्कि सिलेबस को कम वक्त में कवर किया जा सकता है। नोट्स बनाते वक्त चीजों को बुलेट प्वाइंट में लिखे और इसे पढ़ें। नोट्स से पढ़ते वक्त चीजों को सही तरीके से कवर करने में आसानी होती है। जिन बच्चों को मोटी-मोटी किताबें देखकर परेशानी होती है या वो उसे हर जगह कैरी नहीं करना चाहते हैं उनके लिए नोट्स बेस्ट मानें जाते हैं।
छोटे-छोटे ब्रेक लें
अगर आप कम वक्त में पूरा सिलेबस खत्म करने की प्लानिंग कर रहे हैं तो एक साथ कभी भी पूरी पढ़ाई करने की न ठान लें। बीच-बीच में पढ़ाई से ब्रेक लेते रहें। अपनी किताब पढ़ने की टाइमिंग, नोट्स बनाने की टाइमिंग और रिवीजन करने की प्लानिंग को सही से बनाएं। 1 से डेढ़ घंटा पढ़ाई करने के बाद किताबों और बाकी चीजों से ब्रेक लें और उसके बाद दोबारा पढ़ाई में ध्यान लगाएं। बीच-बीच में ब्रेक लेने से दिमाग का फोकस बना रहता है और आप चीजों को बेहतर तरीके से समझने लगते हैं।