नई दिल्ली: गुजरात सरकार दीपावली (Diwali 2020) के बाद ही स्कूल पुन: खोलने पर विचार करेगी. राज्य शिक्षा विभाग के सचिव विनोद राव ने कहा कि स्कूल खोलने की तत्काल कोई योजना नहीं है. राव ने शनिवार को कहा, ‘‘हम तत्काल ऐसा नहीं करेंगे. हम कोरोना वायरस संक्रमण संबंधी स्थिति के आकलन के बाद दीपावली (की छुट्टियों) के बाद ही स्कूल फिर से खोलने पर विचार करेंगे.'' उन्होंने कहा कि शिक्षा विभाग इस मामले को लेकर अभिभावकों के प्रतिनिधियों और स्कूल संघों के संपर्क में है.
दीपावली इस साल 14 नवंबर को मनाई जाएगी. राज्य सरकार ने पूर्व में 21 सितंबर से स्कूल पुन: नहीं खोलने का फैसला किया था. केंद्र की मानक संचालन प्रक्रिया (SOP) के तहत छात्रों को अभिभावकों की अनुमति से शिक्षकों का मार्गदर्शन प्राप्त करने के लिए स्कूल जाने की अनुमति दी गई थी. नई एसओपी के अनुसार केंद्र ने राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों को 15 अक्टूबर से चरणबद्ध तरीके से स्कूल पुन: खोलने का फैसला करने की अनुमति दी है.
गुजरात के स्व-वित्तपोषित विद्यालय प्रबंधन संघ के उपाध्यक्ष जतिन भराड ने कहा, ‘‘15 अक्टूबर से स्कूल पुन: खोलने के केंद्र के दिशा-निर्देश को गुजरात में कोविड-19 हालात के कारण लागू नहीं किया जा सकता. खासकर 10वीं कक्षा से नीचे के छात्रों के लिए स्कूल खोलना जल्दबाजी होगा.'' उन्होंने कहा कि यदि सरकार और स्कूल कक्षाएं पुन: आरंभ करने पर सहमत हो भी जाते हैं, तो भी अभिभावक इसके इच्छुक नहीं होंगे.
भराड ने कहा कि यदि अक्टूबर में हालात में सुधार होता है, तो नवंबर में स्कूल पुन: खोले जाने पर विचार किया जा सकता है. अखिल गुजरात अभिभावक संघ के अध्यक्ष नरेश शाह ने कहा कि अधिकतर अभिभावकों को लगता है कि मौजूदा अकादमिक सत्र में स्कूल पुन: खोलने का कोई औचित्य नहीं है और सरकार को छात्रों को अगली कक्षा में भेजने पर विचार करना चाहिए.