नई दिल्ली: कोरोना महामारी की दूसरी लहर के मद्देनजर केंद सरकार ने मंगलवार को केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) की 12वीं कक्षा की बोर्ड परीक्षा रद्द करने का निर्णय लिया। इसके बाद कई अन्य राज्यों के बोर्ड्स ने भी 12वीं की परीक्षा को रद्द करने का फैसला किया जिनमें गुजरात भी शामिल है। मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा था कि परीक्षा को रद्द करने का यह फैसला छात्रों के हितों को ध्यान में रखकर लिया गया है। गुजरात में 12वीं की परीक्षा रद्द करने के बाद अब सरकार आगे क्या करेगी, इसका जवाब सूबे के शिक्षा मंत्री भूपेंद्र सिंह चुडासमा ने बुधवार को इंडिया टीवी को एक एक्सक्लूसिव बातचीत में दिया।
‘CBSE की गाइडलाइन फॉलो करेंगे’
इंडिया टीवी से बात करते हुए गुजरात के शिक्षा मंत्री ने कहा, ‘हमने एक जुलाई से परीक्षा की तैयारी की थी, लेकिन कल माननीय प्रधानमंत्री जी ने जो पूरे देश को ध्यान में रखते हुए बच्चों के हित में फैसला लिया और परीक्षा को रद्द किया, उसे ध्यान में रखते हुए हमने आज कैबिनेट की बैठक में परीक्षा को रद्द करने का निर्णय लिया है। रिजल्ट को लेकर सीबीएसई की गाइडलाइन होगी, उसी के आधार पर हम भी अपनी गाइडलाइन जारी करेंगे।’ शिक्षा मंत्री ने कहा कि कोई भी फैसला सभी को संतुष्ट नहीं करता, और इस फैसले में भी कुछ लोगों को आपत्ति हो सकती है, लेकिन अधिकतर लोगों की राय परीक्षा रद्द करने की थी और इसलिए हमने भी यह फैसला किया।
CISCE ने भी रद्द की थी परीक्षा
बता दें कि मंगलवार को ही काउंसिल फॉर इंडियन स्कूल सर्टिफिकेट एग्जामिनेशंस (CISCE) ने भी सीबीएसई बोर्ड की तर्ज पर परीक्षाओं को रद्द करने का फैसला लिया।सीआईएससीई ने मंगलवार की रात जारी आधिकारिक आदेश में कहा, ‘देश में कोविड-19 महामारी की वर्तमान स्थिति को देखते हुए सीआईएससीई ने 2021 के लिए आईएससी (12वीं कक्षा) की परीक्षाएं रद्द करने का निर्णय किया है। छात्रों, शिक्षकों और इस प्रक्रिया से जुड़े सभी लोगों की सुरक्षा, स्वास्थ्य हमारी शीर्ष प्राथमिकता है। परीक्षा परिणाम एक प्रणाली के आधार पर तैयार किया जाएगा जिसमें स्कूलों द्वारा आयोजित आंतरिक परीक्षाओं को भी शामिल किया जाएगा। स्कूलों को आने वाले समय में इस प्रणाली के बारे में सूचित कर दिया जाएगा।’