Dadi Maa Success Story: कभी-कभी आपका जज्बा कुछ ऐसा कर गुजरता है कि लोग आपकी ही चर्चा करते हैं। बिहार के हाजीपुर में एक ऐसा ही दिलचस्प नजारा दिखा, जब पुलिस में बहाल नए रंगरूटों के बीच एक दादी अम्मा पुलिस वर्दी में नजर आई। बता दें कि हाजीपुर पुलिस लाइन में 6 मई को होमगॉर्ड के नए बहाल रंगरूटों की पहली परेड थी। पुलिस की नौकरी में नए-नए बहाल 240 जवानों को पहली बार वर्दी मिली और जवानों ने अपने हथियार के साथ पारण परेड में हिस्सा लिया। हाजीपुर पुलिसलाइन में जिले में बहाल होमगॉर्ड जवानो की ट्रेनिंग पूरी होने के बाद और पुलिस वर्दी में ड्यूटी पर जाने से पहले एक समारोह का आयोजन किया गया था और इसी समारोह में एक दादी अम्मा चर्चा का केंद्र बनी हुई थीं जो अपने बेटे और पोते के साथ पहुंची थीं।
1990 में हुई थी शादी
हाजीपुर की रहने वाली रेणु 49 साल की उम्र में पुलिस में बहाल हो कर ड्यूटी पर जाने की तैयारी कर रहीं थी। जिसे देख हर कोई हैरान था और आंखों में सवाल लिए घूम रहा था। हर कोई रेणु के वर्दी में होने का कारण जानना चाहता था। जब लोगों को पता चला की इस उम्र में उन्हें नौकरी मिली है और उन्होंने कड़ी ट्रेनिंग पूरी की है तो सभी लोग उनके जज्बे को सलाम कर रहे थे। हमने जब रेणु के बारे में पता किया तो हमें जानकारी मिली कि रेणु की शादी करीब 25 साल पहले 1990 में हुई थी। शादी के बाद उन्हें 3 बच्चे हुए, लेकिन रेणु के अंदर नौकरी करने का शौक और जज्बा बाकी था। इसलिए 2009 में जब जिले में होमगॉर्ड जवान की बहाली निकली तो रेणु ने भी फॉर्म भर दिया। पर सरकार तंत्र के कारण बहाली में देर होते-होते साल 2023 का आ गया।
इस उम्र में पूरी की ट्रेनिंग
इस बीच रेणु ने अपने तीनों बेटो की शादी भी कर दी और बेटों के बच्चों की दादी भी बन गई। इसके बाद उन्हें अपनी बहाली की जानकारी मिली और वे खुशी-खुशी नौकरी करने को तैयारी हो गईं। बता दें इस लम्बे वक्त और उम्र के इस पड़ाव की परवाह नहीं कर रेणु ने अपने जज्बे को ज़िंदा रखा और 2023 में हो रहे बहाली के लिए तैयार होकर ट्रेनिंग पूरी की और आखिर पुलिस में वो बहाल हो ही गई। फाइनल परेड और पहली बार वर्दी पहनने के इस मौके पर रेणु के बेटे बहु और पोता पुलिसकेंद्र में अपनी दादी के पुलिस बनने के गवाह बने तो दादी रेणु वर्दी पहन अपने पोते के साथ फूली नहीं समाती दिखीं।
ट्रेनिंग में खरे उतरे हैं- रेणु कुमारी
इंडिया टीवी से बातचीत में रेणु कुमारी ने कहा कि 2009 में फार्म निकला था, काफी लंबा इंतजार करना पड़ा। इतने दिन बाद अब तो उम्मीद भी छोड़ चुके थे। लेकिन जब बहाली की अचानक खबर मिली तो फूली नहीं समाई। ट्रेनिंग को लेकर उन्होंने कहा कि खरे उतरे हैं। आगे कहा कि हमें बहुत खुशी हुई। बेटे की 2 साल पहले शादी किए हैं, मेरी नौकरी से घर में बच्चे भी काफी खुश हैं।
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