नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने सोमवार को केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक से मुलाकात की। बैठक के दौरान राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के कार्यान्वयन और शिक्षा के क्षेत्र से संबंधित अन्य मुद्दों पर चर्चा की गई। बैठक में मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी भी शामिल हुए। बैठक के दौरान आनंदीबेन पटेल ने उत्तर प्रदेश शिक्षा विभाग, द्वारा आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षण प्रदान करने, शिक्षकों को प्रशिक्षण देने, छात्रों के शैक्षणिक कल्याण को सुनिश्चित करने जैसी की जा रही विभिन्न पहलों पर प्रकाश डाला।
उन्होंने केंद्रीय मंत्री को प्री-प्राइमरी स्तर और प्राथमिक स्तर के छात्रों के लिए 'शिक्षक मार्गदर्शिका' पुस्तक की एक प्रति भेंट की। यह मार्गदर्शिका शिक्षकों को छात्र केंद्रित शिक्षण की बेहतर समझ विकसित करने, पर्यावरण के विभिन्न विषयों, नैतिक शिक्षा आदि को सम्पूर्ण तरीके से समझने में मदद करेगी।
निशंक ने बताया कि जैसा नई शिक्षा नीति में उल्लेख किया गया है, बुनियादी साक्षरता एवं संख्यात्मक साक्षरता के विकास को एक राष्ट्रीय मिशन के तौर पर लिया जाएगा। इससे सीखने के परिणामों, शिक्षकों के प्रशिक्षण आदि पर एक रूपरेखा तैयार की जा सके।
उन्होंने यह भी बताया कि एनसीईआरटी एक नये राष्ट्रीय पाठ्यचर्या की रूपरेखा (एनसीएफ) विकसित कर रहा है। उन्होंने कहा कि शिक्षक गाइड में दिए गए सुझावों को परखा जाएगा और उन्हें एनसीएफ में उपयुक्त रूप से शामिल किया जाएगा।