छत्तीसगढ़ की राज्यपाल अनुसुईया उइके ने राज्य के सभी शासकीय एवं निजी विश्वविद्यालयों के कुलपतियों को पत्र लिखकर कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण से बचाव के लिये विश्वविद्यालय के छात्र-छात्राओं एवं कर्मचारियों के माध्यम से आमजनों को जागरूक करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने पत्र में उल्लेख किया है कि इस समय प्रदेश एवं देश में कोरोना वायरस का संक्रमण बहुत तेजी से बढ़ रहा है जिसकी वजह से संसाधनों की कमी के साथ ही साथ आर्थिक गतिविधियं भी प्रभावित हो रही हैं और आमजनों को अत्यधिक परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। भारत सरकार एवं राज्य सरकार द्वारा कोरोना के संक्रमण को रोकने के लिये एवं प्रभावितों को चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने के लिये निरंतर सार्थक प्रयास किये जा रहे हैं।
उन्होंने उपराष्ट्रपति एवं प्रधानमंत्री द्वारा वचुर्अल बैठक के माध्यम से इस महामारी से निपटने के लिये जन भागीदारी को बढाए जाने की आवश्यकता पर दिए जोर का उल्लेख करते हुए कहा कि विश्वविद्यालय के कुलपतियों, शिक्षकों, छात्र-छात्राओं की भागीदारी को बढाकर जागरूकता पैदा की जा सकती है। आयुष के प्रति आमजनों में जागरूकता बढानें से औषधियों एवं उपकरणों की उपलब्धता को बढाया जा सकता है।
राज्यपाल ने निर्देशित किया है कि विश्वविद्यालयों व महाविद्यालयों के प्राध्यापकों, अधिकारियों, कर्मचारियों, छात्र-छात्राओं को मेसेज, ई-मेल, बेबसाईट, व्हाटसएप, फेसबुक, टयूटर, इंस्टाग्राम, सोशल मीडिया आदि के माध्यम से जागरूकता एवं टीकाकरण अभियान के लिये प्रेरित करें। साथ ही उन्हें अपने आस-पास के व्यक्तियों, परिवार के सदस्यों को भी सक्रिय एवं जागरूक करने के लिए प्रेरित करें। कोविड से डरें नहीं, मुकाबला करें और आत्मबल एवं संयम बनाये रखें।