मध्य प्रदेश में MBBS की पढ़ाई हिंदी में शुरू हो चुकी है। इसके लिए चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने गुरूवार को छात्रों के बीच MBBS फर्स्ट ईयर की किताबें बांटी हैं। कार्यक्रम के दौरान चिकित्सा शिक्षा मंत्री सारंग ने कहा कि इस साल सितंबर महीने तक एमबीबीएस के दूसरे, तीसरे और चौथे साल की भी हिंदी की किताबें तैयार हो जाएंगी। जानकारी दे दें कि मेडिकल की हिंदी किताबों का राज्य स्तरीय वितरण समारोह किया गया। इस अवसर पर चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने गुरुवार को हमीदिया अस्पताल सभागार पहुंचे। कार्यक्रम के दौरान एमबीबीएस फर्स्ट ईयर के छात्रों को मेडिकल की हिंदी किताबे फ्री में वितरित की।
छात्रों ने हिंदी किताबों को बताया उपयोगी
इस दौरान वहीं मौजूद सभी छात्रों ने मेडिकल की हिंदी किताबों को बेहद उपयोगी बताते हुए मंत्री का आभार व्यक्त किया। सारंग ने संबोधन में आगे कहा कि हिंदी में एमबीबीएस 2.0 की शुरूआत हो चुकी है। इसके तहत सेकेंड, थर्ड और फोर्थ ईयर की किताबों का ट्रांसक्रिप्ट कार्य की प्रक्रिया शुरू हो गई है। इस साल सितंबर माह तक एमबीबीएस दूसरे, तीसरे और चौथे साल की भी किताबें भी हिंदी में उपलब्ध होंगी। मंत्री ने कहा कि एमबीबीएस फर्स्ट ईयर की तीनों किताब- एनाटॉमी, फिजियोलॉजी और बायो कैमेस्ट्री का हिंदी में कन्वर्जन किया गया है और इनमें व्यवहारिक पक्ष रखते हुए तकनीकी शब्दों को देवनागरी लिपि में लिखा गया है ताकि छात्रों को समझने में दिक्कत न हो।
पिछले साल अमित शाह ने की थी शुरुआत
गौरतलब है पिछले साल 16 अक्टूबर को केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने मध्य प्रदेश में पहली बार हिंदी में MBBS के सिलेबस की शुरूआत की थी और उस दिन हिंदी में मेडिकल एजुकेशन उपलब्ध करने के लिए मध्य प्रदेश सरकार की महत्वाकांक्षी परियोजना के तहत एमबीबीएस फर्स्ट ईयर की तीन हिंदी पुस्तकों एनाटॉमी, फिजियोलॉजी और बायो केमिस्ट्री का विमोचन भी किया था।
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