विश्व की लीडिंग एजुकेशन टेक्नोलॉजी कंपनी BYJU'S ने शुक्रवार को बड़ा ऐलान किया। BYJU'S ने स्टार फुटबॉल प्लेयर लियोनेल मैसी को BYJU'S के सोशल इनिशिएटिव-एजुकेशन फॉर ऑल का ग्लोबल ब्रांड एम्बेसडर बनाया है। इस ऐलान के बाद से सोशल मीडिया पर शोर-सा मच गया। सभी मैसी को शुभकामनाएं देने लगे। BYJU'S ने ये ऐलान किया है कि एजुकेशन फॉर ऑल प्रोग्राम के लिए स्टार फुटबॉलर मैसी ब्रांड एंबेसडर बनाए गए हैं। बता दें, लियोनेल मैसी अर्जेंटीना फुटबॉल टीम के कप्तान हैं और पेरिस सेंट जर्मेन क्लब के लिए भी खेलते हैं। लियोनेल मैसी ने BYJU'S के साथ देश में बेहतर एजुकेशन को प्रमोट करने के लिए डील की है।
दुनियाभर में मैसी की तगड़ी है फैन फॉलोइंग
साल की शुरूआत में, BYJU'S ने कतर में फीफा विश्व कप 2022 के आधिकारिक प्रायोजक बनकर इतिहास रच दिया। फुटबॉल के दुनिया भर में करीब 3.5 बिलियन फैन हैं और मैसी के सोशल मीडिया पर लगभग 450 मिलियन फैन फॉलोइंग हैं। कंपनी का एजुकेशन फॉर आल प्रोग्राम नॉन प्राफिट है और देश भर के 5.5 मिलियन बच्चों के लिए चलाया जा रहा है।
कंपनी युवाओं को एक बेहतर और अफोर्डेबल एजुकेशन देने का लक्ष्य रखना चाहती है, जिस कारण लोकप्रिय फुटबॉल प्लेयर के साथ उनका ग्लोबल फुटप्रिंट बढ़ेगा। लियोनेल मैसी ने भी विश्वास जताया है कि BYJU'S एजुकेशन के साथ उनकी साझेदारी दुनिया भर के युवा शिक्षार्थियों को प्रेरित करेगी।
ग्लोबल एम्बेसडर बनने पर बोले मेसी
'एजुकेशन फॉर ऑल' पहल से जुड़ने के बाद मेसी ने कहा कि ''मैं बायजू के साथ इसलिए जुड़ा क्योंकि सीखने के साथ सभी को प्यार करने का उनका मिशन मेरे मूल्यों के साथ पूरी तरह से मैच करता है, हाई क्वालिटी एजुकेशन जीवन को बदल देती है और BYJU'S ने दुनिया भर में लाखों छात्रों के करियर को बदला है। मुझे उम्मीद है कि मैं यंग स्टूडेंट्स को टॉप पर बने रहने के लिए प्रेरित करूंगा''।
बता दें कि मैसी अपना खुद का एनजीओ, लियो मैसी फाउंडेशन भी चलाते हैं, जो उन्होने 2007 में शुरू किया था। उन्होंने इस फाउंडेशन की शुरूआत 2007 में इस विचार के साथ शुरू की थी कि बच्चों को अपने सपनों को साकार करने के समान अवसर मिलने चाहिए।
जानें क्या है 'एजुकेशन फॉर ऑल' पहल?
'एजुकेशन फॉर ऑल' पहल बायजू की एक एजुकेशन पहल है जिसकी सहायता से BYJU'S भारत में एजुकेशन से वंचित बच्चों को पढ़ाई की मुख्य धारा में लाना चाहता है। इसके तहत BYJU'S डिजिटल लर्निंग को बढ़ावा देने के लिए एनजीओ से भी करार किया है। इस पहल की पहुँच आज इंडिया के 167 से ज्यादा जिलों तक है।