UP Board Exam 2021 News: सीबीएसई के बाद उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद (यूपी बोर्ड) ने भी 10वीं और 12वीं कक्षा की परीक्षा के लिए तैयारियां शुरू कर दी हैं। यूपी बोर्ड हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की बोर्ड परीक्षाओं 2021 की तारीखों पर फैसला 14 जनवरी 2021 को ले सकता है। यूपी बोर्ड की 10वीं और 12वीं की परीक्षाएं अप्रैल 2021 में कराने की तैयारी चल रही है। कहा जा रहा है कि 14 जनवरी 2021 को होने वाली बैठक में यूपी बोर्ड परीक्षाओं की तारीखों पर कोई ठोस और अंतिम फैसला लिया जा सकता है।
मार्च और अप्रैल में हो सकती है यूपी बोर्ड की परीक्षाएं
यूपी बोर्ड एग्जाम 2021 के दौरान परीक्षा की निगरानी के लिए एक कमरे में केवल एक ही इनविजिलेटर होगा। यूपी शिक्षा विभाग ने बताया है कि परीक्षा केंद्रों पर सोशल डिस्टेंसिंग सुनिश्चित करने के लिए ऐसा किया गया है। यूपी बोर्ड हाई स्कूल परीक्षा 2021 और यूपी बोर्ड इंटरमीडिएट परीक्षा 2021 के लिए परीक्षा केंद्रों का आवंटन करते समय सभी उचित राज्य अनुमोदित दिशा-निर्देशों को ध्यान में रखा जाएगा। बता दें कि, उत्तर प्रदेश में ग्राम पंचायत कार्यकाल समाप्त हो गया है और यूपी में 31 मार्च 2021 को पंचायत चुनावों की समाप्ति के बाद ही यूपी बोर्ड परीक्षाएं करवाई जाएंगी। ऐसा माना जा रहा है कि यूपी बोर्ड की परीक्षाएं मार्च और अप्रैल में आयोजित की जा सकती हैं। यूपी बोर्ड परीक्षा की डेट शीट जल्द ही जारी कर सकता है।
15 जनवरी से होंगी यूपी बोर्ड 10वीं-12वीं की प्री-बोर्ड परीक्षाएं
यूपी बोर्ड से सम्बद्ध स्कूलों में शैक्षणिक वर्ष 2020-21 के लिए 10वीं और 12वीं कक्षाओं की प्री-बोर्ड परीक्षाओं का आयोजन 15 जनवरी 2021 से किया जाएगा। दोनों ही कक्षाओं में प्री-बोर्ड परीक्षाएं 25 जनवरी 2021 तक चलेंगी। इन कक्षाओं के लिए विषयवार परीक्षाओं की तिथियों की घोषणा संबंधित विद्यालय द्वारा ही की जाएगी तथा हाई स्कूल और इंटरमीडिएट कक्षाओं की प्री-बोर्ड परीक्षाओं की उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन का कार्य सभी विद्यालयों को 30 जनवरी 2021 तक पूरा करना होगा। इसके बाद स्कूलों को प्री बोर्ड परीक्षाओं में स्कूल के टॉपर्स की लिस्ट जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय में जमा करनी होगी।
हो सकती है शिक्षकों की कमी
शैक्षणिक वर्ष 2020-21 में 10वीं और 12वीं कक्षाओं की परीक्षा के लिए एग्जाम सेंटरों में बढ़ोत्तरी की गई है जिसके चलते इस बार एक कक्ष में एक कक्ष निरीक्षक नियुक्त किए जाएंगे। राज्य शिक्षा विभाग ने बताया है कि बोर्ड को कोरोना वायरस महामारी के चलते सोशल डिस्टेंसिंग के साथ परीक्षा कराने के लिए परीक्षा केंद्रों की संख्या काफी बढ़ानी पड़ी है। ऐसे में निरीक्षक ड्यूटी के लिए शिक्षकों की कमी पैदा हो गई है। पिछले साल यूपी बोर्ड ने 10वीं और 12वीं के छात्रों के लिए 7783 परीक्षा केंद्र बनाए थे, लेकिन इस साल 14000 केंद्र होंगे। इससे विशाल परीक्षा केंद्रों का प्रबंधन करने के लिए शिक्षकों की कमी हो सकती है।
परीक्षा केंद्रों की संख्या लगभग होगी दोगुनी
अधिकारियों के अनुसार, यूपी बोर्ड परीक्षा 2021 के दौरान अधिकतम 800 छात्रों और न्यूनतम 150 छात्रों को एक परीक्षा केंद्र में बैठाया जाएगा। पिछले साल एक परीक्षा केंद्र में 1200 छात्र थे। इसी तरह प्रत्येक छात्र को पहले दिए गए 20 वर्गफुट के बजाय 36 वर्ग फुट का स्थान दिया जाएगा। यूपी बोर्ड के दिशा-निर्देशों के अनुसार लगभग 14 से 15 छात्रों को 500 वर्ग फुट के कमरे में बैठाया जाएगा। इस तरह सोशल डिस्टेंस का पालन किया जाएगा और दो उम्मीदवारों के बीच पर्याप्त दूरी होगी। सामाजिक सुरक्षा प्रोटोकॉल को सुनिश्चित करने के लिए यूपी सरकार ने इस वर्ष परीक्षा केंद्रों की संख्या लगभग दोगुनी कर दी है।