REET 2020 : राजस्थान में बहुप्रतिक्षित रीट शिक्षक भर्ती में 30 फीसदी वेटेज को कम किया जाएगा। इस पर सरकार की अंतिम मंजूरी के बाद मुहर लग जाएगी। इसके साथ ही राज्य के शिक्षा विभाग ने स्पष्ट किया है कि इस भर्ती परीक्षा के लिए एनसीटीई सिलेबस ही अपनाया जाएगा। शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा ने मंगलवार को शिक्षा विभाग की बैठक में रीट शिक्षक भर्ती के अलावा विभाग के कई अन्य मसलों को लेकर भी अहम निर्णय लिए। करीब 11 लाख अभ्यर्थी रीट शिक्षक भर्ती परीक्षा का इंतजार कर रहे हैं।
रीट भर्ती के लिए होगा एक ही पेपर
शिक्षा विभाग ने कहा है कि पूरी तैयारी के साथ भर्ती की विज्ञप्ति जल्द जारी किया जाएगा। शिक्षा मंत्री ने विभागीय अधिकारियों के साथ बैठक में इस भर्ती को लेकर विस्तृत चर्चा की है। डोटासरा ने कहा कि रीट भर्ती में एक ही पेपर अपनाया जाएगा। सत्तर और तीस फीसदी के वेटेज को कम करने का निर्णय शिक्षा विभाग ने कर लिया है, लेकिन इस पर अंतिम निर्णय मुख्यमंत्री करेंगे।
रीट भर्ती में कॉमर्स वालों को भी मौका
इसके पीछे शिक्षा विभाग को मिली वे शिकायते हैं, जिससे उन अभ्यर्थियों पर रोकथाम होगी जो बाहरी राज्यों से फर्जीवाड़े में या गलत तरीकों से अधिक नंबर लेकर इन प्रतियोगी परीक्षाओं में शामिल होते हैं। भर्ती में कॉमर्स के विद्यार्थियों को सोशल स्टडी में शामिल किया जाएगा। आरक्षण संबंधी प्रक्रिया को पूरा करने के बाद बजट घोषणा के आधार पर विज्ञप्ति जारी कर दी जाएगी। बैठक में रीट भर्ती में पूर्व में रहीं विसंगतियों पर भी चर्चा की गई।
रीट भर्ती के अलावा मंत्री डोटासरा ने कहा कि फीस मामले में हाईकोर्ट के निर्णय के बाद अभिभावकों को आश्वस्त करेंगे कि बच्चों और अभिभावकों के साथ कोई खिलवाड़ नहीं हो। दोबारा स्कूल खुलने पर शिक्षा विभाग इस मामले में विस्तृत गाइडलाइन जारी करेगा। डोटासरा ने कहा कि सरकारी स्कूलों में कंप्यूटर शिक्षकों के कैडर बनाने को लेकर फाइल फाइनेंस को भेजी जा रही है।
उर्दू भाषा को नहीं किया जा रहा बंद: डोटासरा
शिक्षा मंत्री ने उर्दू भाषा को लेकर स्पष्ट किया है कि इस विषय को बंद नहीं किया जा रहा है। इसे लेकर भ्रम फैलाया गया है। जहां भी शिक्षकों की कमी होगी, उसे दूर की जाएगी। उन्होंने कहा कि भर्तियों में एससी-एसटी बैकलॉग को जल्दी पूरा करने का भी निर्णय लिया गया है।