भुवनेश्वर : देश में ज्वाइंट एंट्रेंस एग्जामिनेशन (जेईई मेन JEE Main) और नेशनल एलिजबिलिटी एंट्रेंस टेस्ट (नीट एग्जाम NEET Exam) को टालने की मांग जारी है। कोरोना संकट के बीच सितंबर में होने जा रहे एग्जाम को लेकर राजनीतिक दलों ने सरकार को घेरा है. साथ ही कोरोना संकट के बीच एग्जाम को नहीं कराने की मांग की जा रही है।ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने मंगलवार को शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल से COVID-19 महामारी के प्रकोप के कारण NEET 2020 और JEE मेन 2020 को स्थगित करने का आग्रह किया।
इसको लेकर सीएम नवीन पटनायक ने केंद्रीय शिक्षा मंत्री को पत्र भी लिखा है। समाचार एजेंसी एएनआई ने सीएम पटनायक के हवाले से कहा, "देश में मौजूदा सीओवीआईडी -19 की स्थिति को देखते हुए, इन परीक्षणों में छात्रों के लिए यह बहुत असुरक्षित और खतरनाक होगा।"
पटनायक ने अपने पत्र में लिखा है कि ओडिशा से जेईई मेन में 50 हजार और नीट में 40 हजार छात्र शामिल होने हैं। एनटीए ने सूबे में सिर्फ 7 टाउनशिप में ही परीक्षा केंद्र बनाए हैं। कोरोना महामारी के चलते बच्चों को परीक्षा केंद्र आना असुरक्षित होगा। उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस के संक्रमण को देखते हुए सूबे के कई जिलों में स्थानीय तौर पर लॉकडाउन चल रहा है। वहां परिवहन सुविधाएं बाधित हैं।