राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी (NTA) सीयूईटी-यूजी परीक्षा के आयोजन को लेकर उम्मीदवारों की ओर से किसी भी शिकायत के सही पाए जाने पर 15 से 19 जुलाई तक उनके लिए दोबारा परीक्षा आयोजित करेगी। एनटीए ने स्नातक प्रवेश परीक्षा की उत्तर कुंजी भी जारी कर दी है, जिससे नतीजों की घोषणा का रास्ता साफ हो गया है। एनटीए के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘‘उम्मीदवार नौ जुलाई को शाम छह बजे तक उत्तर कुंजी के लिए अपना दावा प्रस्तुत कर सकते हैं।’’
एनटीए अधिकारी ने कहा, ‘‘एनटीए साझा विश्वविद्यालय प्रवेश परीक्षा-स्नातक (सीयूईटी-यूजी) के लिए आयोजित परीक्षा के संबंध में 30 जून तक प्राप्त शिकायतों का भी समाधान कर रहा है। यदि कोई शिकायत सही पाई जाती है, तो एनटीए 15 से 19 जुलाई के बीच किसी भी दिन चयनित केंद्रों पर इन उम्मीदवारों के लिए परीक्षा फिर से कराने के लिए प्रतिबद्ध है।’’
अंतिम उत्तर कुंजी के आधार पर आएगा रिजल्ट
एनटीए अधिकारियों ने एजेंसी को मिली शिकायतों पर कोई टिप्पणी नहीं की, लेकिन उम्मीदवारों ने दावा किया कि कुछ परीक्षा केंद्रों पर समय की बर्बादी हुई और तकनीकी समस्याएं थीं। अधिकारी ने कहा, ‘‘उम्मीदवारों के दावों का विषय विशेषज्ञों के एक पैनल द्वारा सत्यापन किया जाएगा। संशोधित अंतिम उत्तर कुंजी के आधार पर परिणाम घोषित किया जाएगा।’’ राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा (नीट) और राष्ट्रीय पात्रता परीक्षा (नेट) सहित प्रतियोगी परीक्षाओं में कथित अनियमितताओं को लेकर विवाद के बीच सीयूईटी-यूजी के नतीजों में देरी हुई है।
दिल्ली में एक रात पहले रद्द हुई थी परीक्षा
देश भर में पहली बार ‘हाइब्रिड मोड’ में आयोजित सीयूईटी-यूजी परीक्षा को तय तारीख से एक रात पहले दिल्ली में संसाधन संबंधी कारणों का हवाला देते हुए रद्द कर दिया गया था। राष्ट्रीय राजधानी में बाद में परीक्षा आयोजित की गई। एनटीए ने पूर्व में घोषणा की थी कि सीयूईटी-यूजी का तीसरा संस्करण सात दिन में पूरा हो जाएगा और अंकों का कोई सामान्यीकरण नहीं होगा क्योंकि सभी परीक्षाएं एक ही पाली में आयोजित की जाएंगी। 15 विषयों के लिए, परीक्षाएं पारंपरिक माध्यम में हुई थीं और अन्य 48 विषयों के लिए, परीक्षा कंप्यूटर-आधारित मोड में आयोजित की गई थी।
इस साल 1.4 लाख से ज्यादा छात्रों ने कराया रजिस्ट्रेशन
इस वर्ष 261 केंद्रीय, राज्य, डीम्ड और निजी विश्वविद्यालयों में स्नातक पाठ्यक्रमों में दाखिले के लिए साझा प्रवेश परीक्षा को लेकर 13.4 लाख से अधिक छात्रों ने पंजीकरण कराया। वर्ष 2022 में आयोजित परीक्षा के पहले संस्करण में तकनीकी गड़बड़ियों की वजह से परीक्षा प्रभावित हुई थी। (इनपुट- पीटीआई भाषा)