लखनऊ: उत्तर प्रदेश पुलिस के लिए सिपाही भर्ती परीक्षा का शुक्रवार को पहला दिन था। बता दें कि ये परीक्षा पांच दिनों में संपन्न होगी। पहले दिन राज्य भर के 1,174 केंद्रों पर कड़ी सुरक्षा के बीच परीक्षा आयोजित की गई। दो पालियों में आयोजित परीक्षा में पहले दिन करीब 4.50 लाख अभ्यर्थी शामिल हुए। सभी अभ्यर्थी कड़ी सुरक्षा और कई चरणों की जांच के बाद परीक्षा केंद्र में दाखिल हुए। पुलिस महानिदेशक प्रशांत कुमार ने राज्य की राजधानी में कुछ परीक्षा केंद्रों का निरीक्षण किया। उन्होंने कहा, ‘‘हमने परीक्षा केंद्रों पर सुरक्षा व्यवस्था का निरीक्षण किया है। परीक्षाएं सुचारू ढंग से जारी हैं। सीसीटीवी ठीक से काम कर रहे हैं।’’
पांच दिनों में संपन्न होगी परीक्षा
दरअसल, उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड के अनुसार, ये परीक्षा राज्य के 67 जिलों में 1,174 केंद्रों पर आयोजित की जा रही है। परीक्षा पांच दिन यानी 23, 24, 25, 30 और 31 अगस्त को आयोजित की जाएगी। इसके अनुसार प्रत्येक दिन अभ्यर्थी दो पालियों में परीक्षा देंगे। पहली पाली सुबह 10 बजे से दोपहर 12 बजे तक जबकि दूसरी पाली दोपहर तीन बजे से शाम पांच बजे तक होगी। पहले दिन राजधानी लखनऊ में 81 परीक्षा केंद्रों पर दो पालियों में हुई परीक्षा में 56,674 अभ्यर्थी शामिल हुए। सभी केंद्रों पर नकल विहीन परीक्षा सम्पन्न कराने के उद्देश्य से सेक्टर मजिस्ट्रेट व जोनल मजिस्ट्रेट की ड्यूटी लगाई गई। साथ ही समस्त केंद्रों पर मोबाइल जैमर की व्यवस्था की गई।
नकल विहीन होगी परीक्षा
देर शाम एक बयान में डीजीपी प्रशांत कुमार ने बताया कि पूरे प्रदेश में 48 लाख से ज्यादा अभ्यर्थी लगभग 10 पालियों में परीक्षा देंगे। प्रदेश के 67 जिलों में यह परीक्षा पांच दिनों में दो-दो पालियों में संपन्न होगी। सभी जगह पुलिस के अधिकारी तैनात हैं। इस बार ऐसी व्यवस्था की गई है कि किसी को कोई असुविधा ना हो। उन्होंने कहा कि जहां-जहां से भी गड़बड़ी की सूचनाएं मिल रही हैं, सभी जगह प्राथमिकी दर्ज की गई है। उनके खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी। अभी तक कहीं से भी प्रश्न पत्र लीक होने की कोई सूचना नहीं है, जो लोग भी भ्रामक खबरें फैला रहे हैं, उनके खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी। इस साल 17 और 18 फरवरी को आयोजित भर्ती परीक्षा पेपर लीक के आरोपों के बाद रद्द कर दी गई थी। इसे ध्यान में रखते हुए सरकार ने किसी भी अनुचित साधन के इस्तेमाल से बचने के लिए हर परीक्षा केंद्र पर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए हैं। यह परीक्षा 60,000 से अधिक पदों पर भर्ती के लिए आयोजित की जा रही है।
डीजीपी ने लखनऊ में किया निरीक्षण
डीजीपी प्रशांत कुमार ने राजकीय बालिका इंटर कॉलेज गोमतीनगर और राजकीय पॉलिटेक्निक लखनऊ स्थित परीक्षा केन्द्रों का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने परीक्षा को पारदर्शी एवं शुचितापूर्ण सम्पन्न कराने के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए। वहीं, लखनऊ में पुलिस भर्ती परीक्षा को लेकर जिलाधिकारी सूर्यपाल गंगवार ने विभिन्न केंद्रों का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने व्यवस्था की पड़ताल की। वहीं लखनऊ में अभ्यर्थियों ने परीक्षा केंद्र पर व्यवस्थाओं पर संतोष व्यक्त किया। उत्तर प्रदेश सरकार की पहल पर रेलवे ने प्रयागराज संगम रेलवे स्टेशन से चलने वाली छह ट्रेन में दो-दो अतिरिक्त डिब्बे जोड़े। नोडल अधिकारी डीसीपी आशुतोष द्विवेदी ने बताया कि 63 परीक्षा केंद्रों की सुरक्षा के लिए 600 से अधिक पुलिस कर्मी और 950 सीसीटीवी लगाए गए। इसके अलावा संदिग्धों पर नजर रखने के लिए कृत्रिम बुद्धिमत्ता से लैस कैमरों की भी मदद ली गई। पुलिस और प्रशासन की मुस्तैदी के चलते कहीं कोई अप्रिय सूचना नहीं प्राप्त हुई।
व्यवस्थाओं पर अभ्यर्थियों ने जताया संतोष
परीक्षा समाप्त होने के बाद एक अभ्यर्थी बलिया के अजीत कुमार यादव ने बताया कि ‘‘उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती परीक्षा में उत्तर प्रदेश सरकार ने काफी अच्छी व्यवस्था की। आवागमन के लिए मुफ्त बस यात्रा की सुविधा दी गई। परीक्षा केंद्र पर भी सहूलियत मिली और वहां तैनात अधिकारियों व कर्मचारियों ने अच्छा व्यवहार किया। कहीं कोई असुविधा नहीं हुई।” एक अन्य अभ्यर्थी समर सिंह ने बताया कि ‘‘परीक्षा केंद्र पर व्यवस्थाएं अच्छी थीं। हम खुश हैं क्योंकि हमें उत्तर प्रदेश पुलिस में भर्ती होने का एक और मौका मिला है।’’ पुरुष अभ्यर्थियों के अलावा बड़ी संख्या में महिला अभ्यर्थी भी परीक्षा में शामिल हुईं। लखनऊ में पहली पाली में परीक्षा देने वाली एक अन्य अभ्यर्थी प्रीति गुप्ता ने कहा कि ‘‘प्रश्नपत्र संतुलित था। मुझे पूरा विश्वास है कि मैं परीक्षा उत्तीर्ण कर लूंगी।’’ अधिकारियों ने बताया कि सरकार ने अनुचित साधनों के इस्तेमाल को रोकने के लिए हर केंद्र पर कड़े सुरक्षा उपाय लागू किए हैं। वरिष्ठ अधिकारी जिलों में परीक्षा केंद्रों और वहां की व्यवस्थाओं का निरीक्षण करते देखे गए।
कुछ जगहों पर पकड़े गए मुन्ना भाई
रायबरेली से मिली खबर के अनुसार पुलिस भर्ती परीक्षा के दौरान एक परीक्षार्थी के पास इलेक्ट्रॉनिक उपकरण मिला जिसके बाद अभ्यर्थी से पुलिस ने पूछताछ की एवं केंद्र प्रवेश व्यवस्थापक की तहरीर पर प्राथमिकी दर्ज की। पुलिस भर्ती परीक्षा केंद्र आचार्य द्विवेदी इंटर कॉलेज के केंद्र व्यवस्थापक डॉ. राज किशोर श्रीवास्तव ने कोतवाली निरीक्षक को तहरीर देते हुए बताया कि औरैया जिले के बेला थाना क्षेत्र के अंतर्गत पूरवा ताल निवासी उपेंद्र सिंह परीक्षा केंद्र पर प्रथम पाली में परीक्षा दे रहे थे और उनके पास से इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस ब्लूटूथ बरामद किया गया है। परीक्षार्थी के पास इलेक्ट्रॉनिक उपकरण मिलने की सूचना पुलिस को दी गई और आला अधिकारी तत्काल परीक्षा केंद्र पहुंच गए। पुलिस ने परीक्षार्थी से पूछताछ की। शहर कोतवाली प्रभारी राजेश सिंह ने बताया कि तहरीर के आधार पर प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है। (इनपुट- एजेंसी)
यह भी पढ़ें-
'महाराष्ट्र बंद' पर कोर्ट ने लगाई रोक, उद्धव ने कहा- 'इतनी ही तत्परता से गुनहगारों को दिलाएं सजा'
आरजी कर मेडिकल कॉलेज के चार कर्मचारियों का क्यों होगा पॉलीग्राफ टेस्ट? सूत्रों ने बताई वजह