नई दिल्ली। देशभर में मंगलवार को जेईई मेंस की परीक्षाएं आयोजित की गईं। ये परीक्षाएं बुधवार और गुरुवार को भी जारी रहेंगी। नेशनल टेस्टिंग एजेंसी इस वर्ष कोरोना संक्रमण के चलते चार बार जेईई मेंस का आयोजन कर रही है। इसमें अभ्यर्थी चारों परीक्षाओं में शामिल हो सकते हैं। उनके सबसे बेहतर नंबर जेईई एडवांस्ड के लिए माने जाएंगे। नेशनल टेस्टिंग एजेंसी ने विभिन्न केंद्रों पर यह प्रवेश परीक्षा सुबह और शाम की पालियों में आयोजित की। छात्र-छात्राओं को कोविड प्रोटोकॉल के साथ केंद्रों पर दाखिला मिला।
उनके हाथ सैनिटाइज कराए गए, जबकि मास्क पहनना अनिवार्य था। जेईई परीक्षा में शामिल हुए रवींद्र ने कहा कि फरवरी की तुलना में मार्च का प्रश्नपत्र कुछ कठिन रहा। इससे पहले जेईई मेन परीक्षा, एनटीए द्वारा 24 से 26 फरवरी 2021 तक आयोजित की गई थी। इस परीक्षा में पेपर 1 (बी.ई. और बी.टेक) के लिए कुल 6.52 लाख उम्मीदवार पंजीकृत थे।
828 केंद्रों में कोलंबो, दोहा, दुबई, काठमांडू, मस्कट, रियाद, शारजाह, सिंगापुर और कुवैत में भारत के बाहर 9 शहरों सहित 331 शहरों में परीक्षा आयोजित की गई थी। राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी के मुताबिक, मार्च के बाद अप्रैल और मई में होने वाली जेईई मेन परीक्षाओं के बाद छात्रों की औसत रैंक घोषित की जाएगी।
केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने कहा, जेईई (मुख्य) फरवरी सत्र 2021 के परिणाम सामने हैं। पिछले साल तक, परीक्षा केवल 3 भाषाओं में होती थी, लेकिन इस बार परीक्षा 13 भाषाओं में आयोजित की गई थी और परिणाम 10 दिनों में घोषित किए गए है।
परीक्षा के सुचारु और निष्पक्ष आचरण की निगरानी के लिए परीक्षा केंद्रों पर कुल 742 पर्यवेक्षक, 261 सिटी-कोऑर्डिनेटर, 19 क्षेत्रीय समन्वयक, 06 विशेष समन्वयक और 02 राष्ट्रीय समन्वयक तैनात किए गए थे।
परीक्षा के दौरान उम्मीदवारों द्वारा मोबाइल या किसी अन्य इलेक्ट्रॉनिक उपकरण के माध्यम से अनुचित व्यवहार को रोकने के लिए परीक्षा केंद्रों पर 25557 जैमर लगाए गए थे। कोविड 19 सावधानियों के साथ परीक्षाएं आयोजित की गईं।