नई दिल्ली। रविवार को जेईई मेन परीक्षा का अंतिम दिन रहा। जेईई मेन के लिए 8.58 लाख छात्रों ने फॉर्म भरा था। इनमें से 82 प्रतिशत से अधिक छात्रों ने जेईई की परीक्षा दी है। जो छात्र जेईई मेन की परीक्षाओं में शामिल हुए हैं, उन्हें नतीजों के लिए ज्यादा इंतजार नहीं करना पड़ेगा। जेईई मेन परीक्षाओं का रिजल्ट 10 सितंबर को घोषित किया जाएगा। रिजल्ट घोषित किए जाने के बाद जेईई एडवांस की परीक्षा ली जाएगी। जेईई मेन परीक्षा का नतीजा घोषित किए जाने के बाद 11 सितंबर से 17 सितंबर तक छात्र जेईई एडवांस के लिए रजिस्ट्रेशन करवा सकेंगे। जेईई एडवांस की परीक्षा के लिए एडमिट कार्ड 20 सितंबर को जारी होगा। जेईई एडवांस में जेईई मेन के नतीजो के आधार पर 2.5 लाख छात्रों को परीक्षा देने का मौका मिलेगा। जेईई एडवांस की परीक्षा 27 सितंबर को होगी।
जेईई परीक्षा के लिए नेशनल टेस्टिंग एजेंसी ने 10 लाख मास्क और 6 हजार लीटर से अधिक सेनिटाइजर तैयार कराया है। परीक्षा केंद्रो पर छात्रों को सेनिटाइजर एवं मास्क निशुल्क उपलब्ध कराए गए हैं। कोरोना के दौरान आयोजित की यह पहली बड़ी राष्ट्रीय परीक्षाएं हैं। दिल्ली जेईई मेन परीक्षा में शामिल हुए विजय शर्मा ने कहा, "कोरोना के इस दौर में परीक्षा केंद्र तक पहुंच कर कर टेस्ट देना एक चुनौती थी। शरुआती दौर में कोरोना संक्रमण को लेकर हमारा पूरा परिवार काफी आशंकित था। हालांकि अब इस चुनौती का पहला दौर हम लोगों ने पार कर लिया है।
उम्मीद है कि अब एडवांस परीक्षा में भी हम शामिल हो सकेंगे।"शिक्षा मंत्रालय के सचिव अमित खरे ने कहा, "देश भर में जेईई की परीक्षाएं निर्बाध रूप से करवाई गई। सफलतापूर्वक परीक्षाओं का आयोजन करने के लिए मैं राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी और विभिन्न राज्य सरकारों का शुक्रिया अदा करता हूं।"देशभर में जेईई मेन की परीक्षाएं 1से 6 सितंबर तक हुई। सोशल डिस्टेंसिंग एवं अन्य सावधानियों को ध्यान में रखते हुए यह परीक्षाएं दस अलग-अलग शिफ्ट में करवाई गई।