नई दिल्ली। केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने सोमवार को घोषणा की कि आईआईटी में दाखिले के लिये संयुक्त प्रवेश परीक्षा (जेईई) -एडवांस 3 अक्टूबर को आयोजित की जाएगी।केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने ये जानकारी ट्वीट करके दी है। प्रधान ने कहा कि IIT में प्रवेश के लिए JEE (एडवांस्ड) 2021 की परीक्षा 3 अक्टूबर 2021 को होगी। परीक्षा सभी कोविड-प्रोटोकॉल का पालन करते हुए आयोजित की जाएगी।
प्रधान ने ट्वीट किया, ''आईआईटी में प्रवेश के लिए जेईई (एडवांस) 2021 की परीक्षा 3 अक्टूबर, 2021 को होगी। परीक्षा सभी कोविड-प्रोटोकॉल का पालन करते हुए आयोजित की जाएगी।'' इस वर्ष, आईआईटी-खड़गपुर यह परीक्षा आयोजित कर रहा है। जेईई-एडवांस प्रतिष्ठित भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थानों (आईआईटी) में प्रवेश के लिए आयोजित की जाने वाली परीक्षा है जबकि जेईई-मेन्स देश भर के इंजीनियरिंग कॉलेजों में प्रवेश के लिए आयोजित की जाती है। बता दें कि, इससे पहले तीन जुलाई को होने वाली इस परीक्षा को कोविड-19 स्थिति को देखते हुए स्थगित कर दिया गया था।
महाराष्ट्र के वर्षा प्रभावित क्षेत्रों के जेईई-मुख्य परीक्षा के अभ्यर्थियों को एक और मौका मिलेगा
केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने बीते शनिवार को कहा कि महाराष्ट्र में भारी बारिश, भूस्खलन प्रभावित क्षेत्रों के जेईई-मुख्य परीक्षा के अभ्यर्थियों को परीक्षा में शामिल होने का एक और मौका मिलेगा। प्रधान ने एक ट्वीट में कहा, ‘‘महाराष्ट्र में भारी बारिश और भूस्खलन के मद्देनजर राज्य के विद्यार्थी समुदाय को राहत प्रदान करने के लिए मैंने राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी (एनटीए) के महानिदेशक को सलाह दी है कि वे उन सभी अभ्यर्थियों को एक और मौका दें, जो तीसरे सत्र में जेईई (मुख्य) परीक्षा में शामिल होने के लिए परीक्षा केंद्र पर पहुंचने में सक्षम नहीं हों ।’’
उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘ कोल्हापुर, पालघर, रत्नागिरी, रायगढ़, सिंधुदुर्ग, सांगली, सातारा के वे विद्यार्थी जो 25 और 27 जुलाई को जेईई (मुख्य) परीक्षा-2021 के तीसरे सत्र में शामिल हो पाने में असमर्थ हैं, उन्हें घबराने की जरूरत नहीं है। उन्हें दूसरा अवसर दिया जाएगा और राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी इस संबंध में जल्द ही तारीख़ों की घोषणा करेगी।’’ महाराष्ट्र में भारी बारिश के बाद विभिन्न हिस्सों में आई बाढ़ और भूस्खलन की घटनाओं के बाद कम से कम 164 लोगों की मौत हो गई और लगभग 100 लोग लापता हैं। तटीय कोंकण क्षेत्र के रायगढ़ और रत्नागिरी जिले के हिस्से और पश्चिमी महाराष्ट्र के कोल्हापुर जिले बाढ़ से बुरी तरह प्रभावित हैं।