नई दिल्ली। भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) के अनुसार रजिस्ट्रेशन के दौरान जेईई-एडवांस के लिए आवेदन करने वाले लगभग 98 प्रतिशत उम्मीदवारों को रजिस्ट्रेशन के दौरान उनके द्वारा बनाए गए शहरों के शीर्ष तीन विकल्पों में से परीक्षा केंद्र आवंटित किया गया है।जेईई-मेन क्वालिफाई करने के बाद संयुक्त प्रवेश परीक्षा (जेईई) के लिए कुल 1.6 लाख उम्मीदवारों ने रजिस्ट्रेशन कराया है। परीक्षा 27 सितंबर को होनी है। ये परीक्षा देश के 222 शहरों और 1,000 परीक्षा केंद्रों पर आयोजित की जाएगी।
आधिकारिक जानकारी के अनुसार इस साल जेईई एडवांस्ड के लिए कुल 1,60,831 उम्मीदवारों ने रजिस्टर किया है। बाकी 2.06 फीसदी उम्मीदवारों को भी उनके द्वारा रजिस्ट्रेशन के दौरान चुने गए 8 विकल्पों वाले शहरों में परीक्षा केंद्र उपलब्ध करवाए गए है। कोविड के चलते इस बार यह परीक्षा आयोजित करवाना एक बड़ी चुनौती साबित हो रही है।
जेईई एडवांस्ड 2020 की कंडक्टिंग बॉडी दिल्ली आईआईटी के अनुसार, ‘रजिस्ट्रेशन करने वाले कुल उम्मीदवारों में से जिन 1,55,511 उम्मीदवारों ने अपनी रजिस्ट्रेशन फीस भर दी है, उनमें से 97.94 प्रतिशत उम्मीदवारों को उनकी पसंदीदा टॉप-3 परीक्षा शहरों में एक आवंटित कर दी गई है।’
अधिकारी ने कहा, 'एग्जाम सिटी का आवंटन एडवांस्ड एल्गोरिदम के आधार रेंडमली किया गया। एल्गोरिदम में कोविड-19 की स्थिति और परीक्षा में सोशल डिस्टेंसिंग की जरूरत का ध्यान रखा गया।'अधिकारी ने यह भी दावा किया कि परीक्षा केंद्र पिछले वर्ष (600) की तुलना में इस वर्ष (1000) काफी बढ़ा दिए गए हैं। एग्जाम सिटी की संख्या भी 164 से बढ़ाकर 222 कर दी गई है।
हल्का बुखार या खांसी होने पर आइसोलेशन रूम में बैठना होगा:
यदि किसी छात्र को हल्का बुखार, खांसी होगी तो उसे आइसोलेशन रूम में बैठकर परीक्षा देनी होगी। हालांकि आइसोलेशन रूम में बैठने वाले छात्र को यह लिखकर देना होगा वह कोविड-19 पॉजीटिव नहीं है।
छात्रों के बीच दो कंप्यूटर रहेंगे खाली:
एक से दूसरे छात्र केबीच छह फीट की दूरी होगी। इसलिए बीच में दो कंप्यूटर खाली रहेंगे। परीक्षा में दोनों पेपर से पहले बैठने वाले एरिया, कुर्सी, टेबल, मॉनिटर, की-बोड, माउस, डेस्ट आदि से लेकर दरवाजे, हैंडल, व्हीलचेयर(दिव्यांग छात्रों के लिए) आदि को सेनेटाइज किया जाएगा।
महत्वपूर्ण बिंदू:
- परीक्षा केंद्र में पेपर शुरू होने से पहले छात्र को अपने रोलनंबर के सामने हस्ताक्षर करना होगा। पहले अंगूठा लगाया जाता था। हालांकि इस बार हस्ताक्षर करने होंगे। हस्ताक्षर से पहले और बाद में हाथ सेनेटाइजर से साफ करवाये जाएंगे।
-परीक्षा केंद्र पहुंचने पर गेट पर ही सबसे पहले छात्र के साबुन से हाथ धुलवाएं जाएंगे। उसको नया विशेष मॉस्क और दस्ताने मिलेंगे। इनको पहनना अनिवार्य होगा।
-जेईई एडवांस्ड के दौरान अलग-अलग स्लॉट(30 मिनट )में छात्रों को परीक्षा केंद्र में बुलाएगा। इसका मकसद परीक्षा केंद्र के बाहर भीड़ को कम करना है।
-परीक्षा केंद्र में बारकोड स्कैनर लगे होंगे। बिना किसी छात्र के एडमिट काड़रए केहाथ लगाए बारकोड स्कैनर से एडमिट कार्ड स्कैन हो जाएगा। स्क्रीन पर छात्र की सारी जानकारी जांच अधिकारी केसामने होगी।
-यदि कोई छात्र परीक्षा केंद्र में कोविड-19 के नियमों का पालन नहीं करता है तो उसे परीक्षा से बाहर कर दिया जाएगा।