नई दिल्ली। केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) मई, जून में कक्षा 10 और 12 के लिए बोर्ड परीक्षा आयोजित करने के लिए तैयार है। 1 मार्च से स्कूलों द्वारा प्रैक्टिकल परीक्षाएं आयोजित की जाएंगी। 15 जुलाई तक नतीजे सामने आ जाएंगे। आमतौर पर प्रैक्टिकल जनवरी में होते हैं और फरवरी-मार्च में लिखित परीक्षा होती है। हालांकि, कोरोनोवायरस महामारी के कारण परीक्षा में देरी हुई है।
जैसे-जैसे छात्र परीक्षा के लिए तैयार होते हैं, वैसे-वैसे कई तरह की अफवाहें उड़ती रहती हैं जो उन्हें भ्रमित कर सकती हैं। सोशल मीडिया पर सीबीएसई(CBSE) के 10वीं और 12वीं के बोर्ड परीक्षा में पासिंग मार्क्स(को लेकर एक खबर वायरल हो रही है। इस खबर में कहा जा रहा है कि इस बार की बोर्ड परीक्षा (CBSE Board Exam 2021) में पासिंग मार्क्स अब 33 फीसदी से घटाकर 23 फीसदी कर दी गई है।
सरकार की ओर से इस सफाई आई है। वायरल हो रही खबर में कहा जा रहा है कि इस बार की बोर्ड परीक्षा में उत्तीर्ण होने के लिए अब 33 फीसदी से घटाकर 23 फीसदी कर दी गई है। कोरोना के कारण प्रभावित हुई पढ़ाई के कारण छात्रों की भलाई के लिए ऐसा फैसला लिया गया है। वर्ष 2021 की बोर्ड परीक्षा में छात्र महज 23 फीसदी यानी 100 में से मात्र 23 अंक लाकर भी पास हो सकेंगे।
सोशल मीडिया पर वायरल इस पोस्ट को लेकर सरकार की फैक्ट चेक ऑर्गेनाइजेशन पीआईबी फैक्ट चेक ( PIB Fact Check ) ने इसकी जांच-पड़ताल की है। पीआईबी फैक्ट चैक ने ट्वीट कर कहा कि 'यह दावा फर्जी है। 'दावा:- सोशल मीडिया पर एक पोस्ट में दावा किया जा रहा है कि 10वीं और 12वीं की 2021, बोर्ड परीक्षा में अब पास होने के लिए 33 प्रतिशत अंक को घटाकर 23 प्रतिशत कर दिया गया है। यह दावा फर्जी है। शिक्षा मंत्रालय ने ऐसी कोई घोषणा नहीं की है।
आप भी वायरल मैसेज का करवा सकते हैं फैक्ट चेक
पीआईबी लगातार लोगों से यह आग्रह करता रहता है कि भ्रामक खबरों को शेयर न करें। बता दें कि, सरकार से जुड़ी कोई खबर सच है या फर्जी, यह जानने के लिए PIB Fact Check की मदद ली जा सकती है। अगर आपको भी कोई ऐसा मैसेज मिलता है तो फिर उसको पीआईबी के पास फैक्ट चेक के लिए https://factcheck.pib.gov.in/ अथवा व्हाट्सएप नंबर +918799711259 या ईमेलः pibfactcheck@gmail.com पर भेज सकते हैं।
यह जानकारी पीआईबी की वेबसाइट https://pib.gov.in पर भी उपलब्ध है। कोई भी व्यक्ति PIB Fact Check को संदेहात्मक खबर का स्क्रीनशॉट, ट्वीट, फेसबुक पोस्ट या यूआरएल भेजकर फैक्ट चेक करा सकता है।