नई दिल्ली। दिल्ली विश्वविद्यालय में ग्रेजुएट और पोस्ट ग्रेजुएट स्तर के तीसरे व पांचवे सेमेस्टर के छात्रों की ओपन बुक परीक्षाएं शुरू हो गई हैं। विश्वविद्यालय प्रशासन के मुताबिक ओपन बुक एग्जाम में छात्रों को किसी तरह की कोई दिक्कत सामने नहीं है। हालांकि छात्र और नोडल अधिकारी इसके विपरीत ऑनलाइन परीक्षाओं में समस्याओं की बात सामने रख रहे हैं। किरोड़ीमल कॉलेज में ओबीई परीक्षा के नोडल अधिकारी डॉ. राकेश कुमार पांडे ने कहा, "इस बार सबकुछ गड़बड़ है।
छात्रों और शिक्षकों को यह पता नहीं है कि गड़बड़ी को कैसे संभालना है। यह प्रशासन की पूर्ण विफलता है। परीक्षाओं का सही संचालन नहीं हो रहा है। इस अप्रस्तुत और कुप्रबंधित कार्यप्रणाली के कारण उत्पन्न स्थिति को संभालने के लिए अगले कुछ महीने और भी कठिन होंगे।"
दिल्ली विश्वविद्यालय के छात्रा अंकिता ने कहा, "टेस्ट पेपर मिलने का समय 9 बजकर 30 मिनट है, लेकिन टेस्ट पेपर 10 बजे के बाद मिला। अन्य कई छात्रों ने भी टेस्ट पेपर विलंब से मिलने की बात कही।"
वहीं दिल्ली विश्वविद्यालय में परीक्षा विभाग के डीन प्रोफेसर डीएस रावत ने टेस्ट पेपर देर से मिलने की बात से इनकार किया है। उनके मुताबिक पेपर देर से मिलने की कोई शिकायत नहीं मिली है। परीक्षा विभाग के डीन प्रोफेसर डीएस रावत ने कहा, "हमें ऐसी शिकायत नहीं मिली। संभव है कि इंटरनेट स्पीड में कमी की वजह से कुछ छात्रों को टेस्ट पेपर देरी से मिला होगा।"
दिल्ली विश्वविद्यालय के एक अन्य छात्र दीपक दास ने कहा, "डीयू को ओपन बुक परीक्षाएं की उचित व्यवस्था करनी चाहिए। विश्वविद्यालय प्रशासन इन ऑनलाइन परीक्षाओं के लिए समय से टेस्ट पेपर उपलब्ध नहीं करा पा रहा है। इसके साथ ही आंसर शीट अपलोड करने में भी सामान्य के मुकाबले अधिक समय लग रहा है।"
ओपन बुक परीक्षा-3 में दिल्ली विश्वविद्यालय प्रशासन ने छात्रों को ऑनलाइन के साथ साथ ऑफलाइन परीक्षा का विकल्प भी दिया है। 5,700 छात्रों ने कॉलेज आकर परीक्षा देने का विकल्प चुना है, जबकि 1 लाख, 49 हजार, 345 छात्र घर से ऑनलाइन परीक्षा में शामिल हो रहे हैं।