नई दिल्ली: काउंसिल फॉर इंडियन स्कूल सर्टिफिकेशन एग्जामिनेशन (CISCE) शैक्षणिक वर्ष 2021-22 (Academic Year 2021-22) के लिए दो परीक्षाएं आयोजित करेगा, साथ ही सिलेबस में कटौती की है। पूरे साल को दो सेमेस्टर में बांट दिया जाएगा, जिसमें हर एक सेमेस्टर में 50% सिलेबस होगा। पहले सेमेस्टर की परीक्षा नवंबर में और दूसरे सेमेस्टर की परीक्षा मार्च या अप्रैल में होगी। दोनों परीक्षाओं के परीक्षा पैटर्न में बदलाव किया गया है।
पहला सेमेस्टर एक मल्टीपल चॉइस क्वेश्चन पेपर होगा, जबकि दूसरा सेमेस्टर उस समय की महामारी की स्थिति के आधार पर ऑफलाइन या ऑनलाइन मोड में आयोजित किया जाएगा। CISCE ने बताया कि हर एक सेमेस्टर एग्जाम का प्रश्न पत्र ICSE के लिए 80 अंक और ISC के लिए 70 अंक का होगा।
बोर्ड ने नया पाठ्यक्रम अपनी आधिकारिक वेबसाइट cisce.org पर जारी किया है। छात्रों को ICSE और ISC बोर्ड परीक्षा का नया पाठ्यक्रम CISCE वेबसाइट के पब्लिकेशन (publications) सेक्शन में मिल जाएगा। CISCE की तरफ से जारी दिशा-निर्देशों के अनुसार, महामारी के कारण कुल सिलेबस को कम कर दिया गया है, जिसे हर एक सेमेस्टर के लिए दो हिस्सों में विभाजित किया जाएगा। नया सिलेबस और परीक्षा पैटर्न cisce.org पर जारी कर दिया गया है।
CISCE ने बताया कि दो सेमेस्टर की परीक्षाओं के अलावा, CISCE प्रैक्टिकल और प्रोजेक्ट वर्क भी कराएगा अगर स्थिति अनुकूल है, तो स्कूलों में प्रैक्टिकल आयोजित किए जाएंगे, नहीं तो इसे वर्चुअल मोड में आयोजित किया जाएगा। स्कूलों को प्रैक्टिकल के अंक अपलोड करने होंगे। स्कूलों को एक छात्र की तरफ से प्रैक्टिकल या प्रोजेक्ट के साथ-साथ आंतरिक मूल्यांकन में किए गए सभी कामों का रिकॉर्ड रखने के लिए भी कहा गया है। CISCE जरूरत पड़ने पर स्कूलों से छात्रों द्वारा किए गए कार्यों के नमूने भेजने के लिए कह सकता है।
कोविड-19 की स्थिति को देखते हुए स्कूल और कॉलेजों में कक्षाएं फिलहाल नहीं चल रही हैं। जिन राज्यों ने 10वीं और 12वीं की कक्षाएं शुरू की हैं, वह भी अल्टरनेट दिनों में चलाई जा रही हैं ऐसे में CISCE ने छात्रों की सहूलियत के लिए सिलेबस में कटौती कर दी है।