नई दिल्ली। कोरोनावायरस के प्रकोप के चलते cbse बोर्ड ने कक्षा 10 की बोर्ड परीक्षाएं कैंसिल कर दी हैं और 12वीं की बोर्ड परीक्षाओं को 30 मई तक के लिए स्थगित कर दिया है। ये फैसला कल पीएम मोदी संग शिक्षा मंत्री और अन्य अधिकारियों के साथ हाई लेवल meeting में लिया गया है। जहां एक तरफ 10वीं बोर्ड परीक्षा में उपस्थित होने वाले छात्र खुश हैं वहीं 12वीं के छात्र ये सोच रहें होंगे आखिर उनकी परीक्षा कैंसिल क्यों नहीं की गई हैं। इस खबर में हम आपको इसके पीछे का रीजन बताएंगे।
क्यों नहीं कैंसिल हुई 12वीं की परीक्षाएं
कोई भी इस वक्त हालात के सही होने के बारें में नहीं बता सकता. इसलिए ऐसे केस में, 12वीं कक्षा की ऑफलाइन परीक्षा कराना ही उचित ऑप्शन है क्योंकि 12वीं की बोर्ड परीक्षाएं छात्रों का भविष्य तय करेंगी। छात्रों के करियर के लिए परीक्षाएं होना बहुत जरूरी हैं।
अगर मिनिस्ट्री नें 12वीं की बोर्ड परीक्षाएं कैंसिल कर दी होती तो छात्रों को कॉलेज में एडमिशन लेने में काफी दिक्कत का सामना करना पड़ता और ये तय करना मुशकिल हो जाता की छात्रों को एडमिशन किस आधार पर दिया जाए। ये सब सोच विचार कर के मिनिस्ट्री ने यह फैसला लिया है। ताकि जब तक परीक्षाएं स्थगित की गई हैं तब तक सारे प्लान के मुताबिक परीक्षाएं आयोजित करवाई जाए। देश भर के विश्वविद्यालयों को मानव संसाधन विकास मंत्रालय और सीबीएसई के फैसलों और योजना के साथ होना चाहिए। इसलिए फिलहाल कक्षा 12 की परीक्षाएं स्थगित कर दी गई हैं और रद्द नहीं की गई हैं।