नई दिल्ली. देशभर में सीबीएसई छात्रों को 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षाएं देनी होंगी। हालांकि यह परीक्षाएं कब शुरू होंगी, अभी इसकी औपचारिक घोषणा नहीं की गई है। सीबीएसई का कहना है कि बोर्ड परीक्षाएं लेने की तैयारी की जा रही है। यदि सब ठीक ठाक रहा तो तय समय पर ये परीक्षाएं आयोजित की जा सकती हैं। सीबीएसई के सचिव अनुराग त्रिपाठी ने कहा, 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षाएं अवश्य होंगी। परीक्षाओं का कार्यक्रम तय करने के लिए सीबीएसई योजना बना रहा है। जल्द ही इस बात का खुलासा किया जाएगा कि परीक्षा का मूल्यांकन कैसे किया जाएगा। बोर्ड परीक्षाओं पर स्थिति स्पष्ट करने के बावजूद फिलहाल यह नहीं बताया गया है कि बोर्ड परीक्षाएं कब से शुरू होंगी।
गौरतलब है कि देशभर में विभिन्न संगठन कोरोना संक्रमण को देखते हुए बोर्ड परीक्षाएं को स्थगित किये जाने की मांग कर रहे हैं। हालांकि इस बीच सीबीएसई ने स्पष्ट किया है कि बोर्ड परीक्षाएं रद्द या स्थगित करने का कोई प्रस्ताव नहीं है।
त्रिपाठी ने कहा कि पिछले साल मार्च-अप्रैल के दौरान हम घबराये हुए थे कि आगे कैसे बढ़ेंगे, लेकिन इस मौके पर हमारे विद्यालयों और शिक्षकों ने शानदार काम किया और शिक्षण कार्य के लिये नई प्रौद्योगिकी के इस्तेमाल से खुद में बदलाव किया। इस दौरान शिक्षकों ने खुद को प्रशिक्षित किया। कुछ ही महीनों में विभिन्न ऐप का इस्तेमाल कर ऑनलाइन कक्षाएं लेना समान्य बात हो गई है।
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) 12वीं कक्षा के प्रैक्टिकल जनवरी से शुरू होकर फरवरी तक लिए जा सकते हैं। यह केवल एक संभावित तिथि है। सीबीएसई ने कहा है कि सही तिथि की सूचना बाद में दी जाएगी। सभी स्कूलों को एक ऐप और उसका लिंक उपलब्ध करवाया जाएगा। इस ऐप पर स्कूलों को प्रैक्टिकल के दौरान ली गई छात्रों की फोटो भी अपलोड करनी होगी। फोटो में स्टूडेंट्स, ऑब्जर्वर, बाहर से आए एग्जामिनर और स्कूल के एग्जामिनर होंगे।
बोर्ड ने परीक्षा के आयोजन को लेकर एक एसओपी तय की है। प्रैक्टिकल के लिए स्कूलों को अलग-अलग तिथि भेजी जाएगी। इसमें बोर्ड का ऑब्जर्वर नियुक्त किया जाएगा। यह ऑब्जर्वर, प्रैक्टिकल और प्रोजेक्ट मूल्यांकन की निगरानी करेगा।देशभर के विभिन्न स्कूलों को सीबीएसई बोर्ड द्वारा नियुक्त एक्सटर्नल एग्जामिनर द्वारा ही प्रैक्टिकल करवाने होंगे।मूल्यांकन पूर्ण होने के पर स्कूलों को बोर्ड द्वारा उपलब्ध कराए गए लिंक पर अर्जित अंक अपलोड करने होंगे। प्रैक्टिकल एग्जाम और प्रोजेक्ट मूल्यांकन का काम संबंधित स्कूलों में ही चलेगा।