नई दिल्ली। क्या कॉम्पीटीटिव परीक्षाओं पर बच्चों की तैयारी प्रभावित होगी इसको लेकर Super 30 के फाउंडर आनंद कुमार ने India TV पर सलाह दी है। उन्होनें कहा मानसिक तौर पर बच्चे अपने आप को प्रभावित कर लें तो दूसरी बात है लेकिन कोई खास प्रभाव नहीं पड़ेगा।
आगे उन्होनें कहा अगर एक परीक्षा में बच्चों को अपना प्रदर्शन करने का मौका नहीं मिला तो उनके भविष्य पर बहुत प्रभाव नहीं पड़ेगा। मैने कई ऐसे बच्चों को देखा है जिनकी परीक्षा कई कारणों से पहले भी छूटी है लेकिन उसके बावजूद उन्होंने सफलता की उन उंचाई को छुआ है जिसकी कल्पना किसी ने नहीं की थी।
आनंद कुमार ने कहा अगर परीक्षा होती तो कितना डर फैलता, कोरोना की वजह से डर रहता, बच्चे को मास्क लगाकर परीक्षा देनी पड़ती। परीक्षा रद्द हुई है इसको स्वीकार करके चलना चाहिए, परीक्षा रुकी है लेकिन प्रतिभा पर रोक नहीं लगी है। वैक्सीनेशन बढ़ेगा तो स्थिति सामान्य होगी। एंटरेंस टेस्ट होंगे और उनमें अच्छा करे उनको मौका मिलना चाहिए।
साथ ही उन्होनें कहा गांव देहात के जो बच्चे हैं उनके माता पिता इतने जागरूक नहीं होते, ऐसे बच्चों को धैर्य रखने की जरूरत है और उन्हें इस बात का विश्वास रखना होगा कि मेहनत कभी बेकार नहीं जाती। यह कभी नहीं सोचना चाहिए कि सफलता तुरंत नहीं मिल रही, सिर्फ धैर्य बनाने की जरूरत है। सरकार की तरफ से परीक्षा को रद्द करके अच्छा फैसला किया गया है। बच्चों का उत्साह बढ़ाने की जरूरत है ताकि वे धैर्य ने खोएं।