नई दिल्ली। केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) की 12वीं की परीक्षा रद्द कर दी गई है। देश में कोरोना की दूसरी लहर के बीच कई राज्यों ने परीक्षा को रद्द करने की सिफारिश की थी। कोरोना संक्रमण की दूसरी और खतरनाक लहर को देखते हुए लगातार यह मांग उठ रही थी कि 10वीं कक्षा की तरह ही सीबीएसई की 12वीं बोर्ड की परीक्षा को भी रद्द कर दिया जाए। बता दें कि शिक्षा मंत्रालय की ओर से सभी राज्यों और शिक्षा बोर्डस से 12वीं की परीक्षा को लेकर सुझाव मांगे गए थे। सीबीएसई और सीआईएससीई की 12वीं की परीक्षाएं रद्द किए जाने के बाद अब यूपी, मध्य प्रदेश और राजस्थान समेत कई राज्य भी जल्द ही छात्रों के लिए बड़ा फैसला ले सकते हैं।
यूपी में जुलाई के दूसरे सप्ताह में होगी परीक्षा: उत्तर प्रदेश सरकार ने सीबीएसई कक्षा 12 के छात्रों के लिए बोर्ड परीक्षा रद्द करने के केंद्र के फैसले का स्वागत किया है। यूपी बोर्ड 12 वीं परीक्षा 2021 के लिए, शिक्षा मंत्री दिनेश शर्मा ने कहा है कि निर्णय जुलाई के दूसरे सप्ताह में ही लिया जाएगा।
महाराष्ट्र सरकार भी जल्द लेगी फैसला:
महाराष्ट्र 12वीं परीक्षा 2021 पर निर्णय जल्द होने की उम्मीद है। कक्षा 12 की बोर्ड परीक्षाओं को रद्द करने के सीबीएसई के फैसले पर बोलते हुए, शिक्षा मंत्री वर्षा गायकवाड़ ने कहा कि महाराष्ट्र सरकार ने कक्षा 12 की बोर्ड परीक्षाओं के लिए गैर-परीक्षा मार्ग की मांग की थी।
मप्र बोर्ड बारहवीं की परीक्षा को लेकर निर्णय:
मप्र बोर्ड दसवीं की परीक्षा रद कर दी गई है और बारहवीं की परीक्षा की तिथि घोषित करने को लेकर जल्द ही निर्णय होने वाला था, लेकिन सीबीएसई 12वीं की परीक्षा रद होने के बाद अब मप्र बोर्ड भी परीक्षा को लेकर विचार करेगा। 12वीं परीक्षा को लेकर स्कूल शिक्षा राज्य मंत्री अधिकारियों के साथ बैठक लेंगे।
राजस्थान बोर्ड :
राजस्थान बोर्ड भी अब 10वीं और 12वीं की परीक्षाओं को रद्द कर सकती है। शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा था कि वे सीबीएसई के फैसले के बाद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से बात कर 10वीं, 12वीं की परीक्षाओं के बारे में फैसला लेंगे। लेकिन अब जिस तरह से सीबीएसई की परीक्षाओं को रद्द किए जाने का फैसला हुआ है उससे प्रभावित होकर राजस्थान सरकार भी कक्षा 10, 12 की परीक्षाओं को रद्द करने पर विचार कर सकती है।