नई दिल्ली. 12वीं क्लास के बोर्ड एग्जाम को लेकर केंद्र सरकार ने मंत्रियों समूह (GoM) का गठन किया है। इस GoM में केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक और पर्यावरण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर को जगह दी गई है। ये मंत्री समूह राज्य के शिक्षा मंत्रियों और सचिवों से बात करने 12 कक्षा के बोर्ड एग्जाम पर कोई फैसला लेंगे। इनकी बैठक कल सुबह 11 बजे होगी। इस बैठक में व्यावसायिक परीक्षाओं और नेशनल टेस्टिंग एजेंसी के द्वारा कराए जाने वाली परीक्षाओं को लेकर भी चर्चा होगी। इस बैठक की अध्यक्षता रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह करेंगे।
आपको बता दें कि कोविड-19 संक्रमण की दूसरी लहर के मद्देनजर 12वीं बोर्ड की परीक्षा स्थगित कर दी गई थी। निशंक ने ट्वीट किया कि 23 मई 2021 को पूर्वाहन 11 बजे यह बैठक डिजिटल माध्यम से होगी जिसमें उनके (निशंक के) अलावा केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी, प्रकाश जावड़ेकर भी शामिल होगी। इस बैठक में राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों के शिक्षा मंत्री, सचिव हिस्सा लेंगे।
शिक्षा मंत्रालय के बयान के अनुसार, इस बैठक में 12वीं बोर्ड की लंबित परीक्षाओं एवं पेशेवर पाठ्यक्रमों की प्रवेश परीक्षाओं को लेकर चर्चा होगी। वहीं, राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेश को लिखे पत्र में केंद्रीय शिक्षा मंत्री ने कहा कि स्कूली शिक्षा एवं सक्षरता विभाग, शिक्षा मंत्रालय तथा सीबीएसई छात्रों एवं शिक्षकों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए परीक्षा आयोजित करने के विकल्पों पर विचार कर रहा है।
इसमें कहा गया है कि उच्च शिक्षा विभाग भी उच्च शिक्षण संस्थानों के लिये परीक्षा की तिथियों को अंतिम रूप देने के लिये विचार विमर्श कर रहा है। कोविड-19 महामारी के कारण शिक्षा क्षेत्र पर काफी प्रभाव पड़ा है खास तौर पर परीक्षा और प्रवेश परीक्षाओं पर इसका असर पड़ा है।
गौरतलब है कि 14 अप्रैल को केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की 12वीं की बोर्ड परीक्षाएं स्थगित और 10वीं बोर्ड की परीक्षा को रद्द कर दिया गया था। यह फैसला प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में हुई बैठक में किया गया था। ये परीक्षाएं 4 मई से 14 जून के बीच होनी थीं। इसके अलावा राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी (एनटीए) ने मेडिकल कालेजों में दाखिले के लिये नीट प्रवेश परीक्षा एवं कुछ अन्य परीक्षा स्थगित की।
DU ने स्नातक और स्नातकोत्तर की अंतिम वर्ष की परीक्षाएं स्थगित कीं
नई दिल्ली. दिल्ली विश्वविद्यालय ने स्नातक और स्नातकोत्तर पाठ्यक्रमों के अंतिम वर्ष के विद्यार्थियों की वार्षिक और सत्र परीक्षाओं को सात जून तक के लिए टाल दिया है। विश्वविद्यालय ने इस संबंध में बृहस्पतिवार को एक आधिकारिक आदेश जारी किया।यह दूसरी बार है जब इन परीक्षाओं को टाला गया है। पहले यह परीक्षाएं 15 मई से शुरू होनी थीं, लेकिन राजधानी में कोविड-19 के बढ़ते मामलों के कारण इसे एक जून तक टाल दिया गया था। अब यह परीक्षाएं एक जून की बजाय सात जून से होंगी।
वक्तव्य के मुताबिक परीक्षाओं की नयी तिथियों की घोषणा जल्द की जाएगी जिसकी जानकारी दिल्ली विश्वविद्यालय की आधिकारिक वेबसाइट पर उपलब्ध होगी। इस संबंध में आवश्यक दिशा-निर्देश भी जारी किए जाएंगे। यह परीक्षाएं ऑनलाइन होंगी और यह ‘ओपन बुक’ प्रारूप में होंगी।