नई दिल्ली: सीबीएसई 12वीं बोर्ड परीक्षा रद्द होने के बाद कई राज्य सरकारों ने भी बोर्ड परीक्षाओं को रद्द कर दिया है। अब गोवा सरकार ने 12वीं बोर्ड की परीक्षा को रद्द कर दिया है। मंत्रियों और शिक्षा विभाग के अधिकारियों के साथ हुई मैराथन बैठक के बाद गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने यह निर्णय लिया। गोवा बोर्ड ने पहले ही कक्षा 10वीं की परीक्षाओं को रद्द कर दिया था। बोर्ड द्वारा 10वीं की मार्किंग स्कीम को लेकर प्लान जारी कर दिया गया है। छात्रों को शैक्षणिक वर्ष के दौरान स्कूलों द्वारा आयोजित परीक्षाओं के आधार पर उनका आंतरिक मूल्यांकन और बोर्ड द्वारा तैयार एक मानदंड के आधार पर प्रमोट किया जाएगा।
साथ ही बोर्ड से संबंधित स्कूलों को रिजल्ट के लिए एक कमेटी बनाने के लिए कहा गया है जिसमें उनके अपने स्कूल और पड़ोसी स्कूलों के शिक्षक शामिल होंगे। इतना ही नहीं यदि कोई छात्र अपने नंबरों से नाखुश है तो कोरोना महामारी के अनुकूल परिस्थितियों में उसे परीक्षा में बैठने का अवसर दिया जाएगा।
बता दें कि इससे पहले राजस्थान, हरियाणा बोर्ड और मध्य प्रदेश बोर्ड ने भी 12वीं की परीक्षा रद्द करने का फैसला ले लिया था। राजस्थान में बोर्ड परीक्षाओं को लेकर होने वाली कैबिनेट की बैठक से पहले कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने ट्वीट करके कहा था कि सीबीएसई की तरह राज्यों के बोर्डों को भी छात्रों, अभिवावकों और शिक्षकों की बात सुनकर 12वीं की परीक्षा के संदर्भ में छात्र-हितैषी निर्णय लेने चाहिए। मेरी राज्यों के मुख्यमंत्रियों, शिक्षा मंत्रियों से अपील है, अपने निर्णयों में छात्रों की आवाज, उनके स्वास्थ्य की रक्षा को महत्व दें। कुछ दिन पहले ही राजस्थान के शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा ने भी कहा था कि वे सीबीएसई के फैसले के बाद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से चर्चा कर 10वीं, 12वीं की परीक्षाओं के बारे में निर्णय लेंगे।