नई दिल्ली: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आज बुधवार को वित्त वर्ष 2023-24 के लिए सरकार का बजट पेश किया। इस बजट में सरकार ने तमाम योजनाओं और कार्यों के लिए ऐलान किये। कई नई योजनाओं की घोषणा की है। बजट में किसानों, रियल एस्टेट, विज्ञान, महिलाओं, युवाओं और रक्षा के लिए सरकार ने दिल खोलकर खर्च करने की बात कही है। वहीं इसके साथ ही एजुकेशन क्षेत्र में सरकार डिजिटल लाइब्रेरी खोलने का ऐलान किया है। सरकार के ऐलान के बाद यह लाइब्रेरी चर्चा में बनी हुई है। आइए जानते हैं कि क्या होती है डिजिटल लाइब्रेरी, जिसे खोलने के लिए सरकार करोड़ों खर्च करेगी।
क्या होती है डिजिटल लाइब्रेरी ?
डिजिटल लाइब्रेरी एक ऐसी पुस्तकालय होती है जहां किताबों का डिजिटल वर्जन उपलब्ध होता है। इसके साथ ही किताबों के इलेक्ट्रॉनिक या डिजिटल फॉर्मेट में टेक्स्ट, फोटो, वीडियो या ऑडियो भी शामिल होते हैं। डिजिटल लाइब्रेरी को कोई भी व्यक्ति दुनिया के किसी भ कोने में बैठकर अपनी इंटरनेट की डिवाइस पर लॉगइन करके लाइब्रेरी का एक्सेस ले सकता है। इस लाइब्रेरी को बनाने में एक हाई स्पीड नेटवर्क, रिलेशनल डेटाबेस, सर्वर और डॉक्यूमेंट मैनेजमेंट सिस्टम जैसी चीजों से सरकार डिजिटल लाइब्रेरी का निर्माण करेगी।
छात्रों को कैसे होगा फायदा ?
डिजिटल लाइब्रेरी छात्रों के लिए बेहद ही फायदेमंद होगी। छात्रों के फोन, लैपटॉप या टैब में लाखों किताबों वाली पूरी लाइब्रेरीसमा जायेगी। जिसे वह कहीं भी बैठकर एक्सेस कर सकेगा। इसके लिए उसके पास केवल इंटरनेट इनेबल्ड डिवाइस होनी चाहिए। इस लाइब्रेरी का स्टोरेज स्पेस असीमित होगा जिससे दुनियाभर की पुस्तकों तक बच्चों की पहुंच बढ़ेगी। इसके साथ ही एक ही किताब को एक बार में लाखों छात्र पढ़ सकेंगे और इसके अलावा अलावा डिजिटल लाइब्रेरी 24x7 एक्सेस की जा सकेगी।