What is the color of a zebra: इंसान हो या जानवर, हर किसी की एक अपना कलर होता है। इस दुनिया में सभी जीवों के अलग-अलग रंग होते हैं जिनसे उनकी पहचान भी होती है। लेकिन कुछ के रंग बिलकुल भिन्न और अलग ही होते हैं, उनकी सुंदरता का करण भी बन जाते है जैसे कि जेब्रा। जी हां जेब्रा, इसके शरीर पर काली और सफेद धारियां बनी होती हैं, जो बेहद आकर्षक बनाती है। आप सभी ने सामने से न सही पर टेलीविजन पर तो जेब्रा को देखा ही होगा, उसपर बनी काली सफेद-धारियों को भी देखा ही होगा। लेकिन सवाल ये उठता है कि जेब्रा का रंग सफेद होता है या काला? आखिर जेब्रा पर बनी इन काली-सफेद लाइनों का क्या रोल है? इन सारे सवालों के जवाब हम आपको इस खबर के जरिए आज आपको देंगे।
ये है असली रंग और रंग का कारण
जेब्रा काला होता है या सफेद? वैज्ञानिकों के मुताबिक जेब्रा का कलर काला यानी ब्लैक होता है। दरअसल, जेब्रा में मिलेनिन नाम का एक पिगमेंट पाया जाता है जो उसके काले रंग होने का कारण है। ये पिगमेंट शरीर के जिस हिस्से में होता है वहां का कलर काला हो जाता है। जेब्रा में यह पिगमेंट प्रचुर मात्रा में होता है, जिस वजह से उसका पूरा रंग काला होता है। लेकिन यहां एक दूसरा सवाल खड़ा हो जाता है कि फिर ये सफेद पट्टियों कैसे आईं? वो कैसे दिखती हैं जेब्रा के शरीर पर?
क्या है सफेद लाइनों का राज
सफेद धारियों पर साइंस का कहना है कि जब्रा का रंग तो काला होता है लेकिन उसके शरीरी पर रोएं का कलर सफेद होता है। जिस हिस्से में ये रोएं निकलते हैं वहां मिलेनिन पिगमेंट होता ही नहीं है। इसीलिए हमें जेब्रा पर सफेद और काली पट्टियां दिखाई देता हैं। वहीं, जेब्रा पर बनी इन धारियों पर वैज्ञानिकों का यह भी कहना है कि ये पट्टियां जेब्रा को खून पीने वाली हॉर्सफ्लाय से बचाती हैं।
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