Friday, January 10, 2025
Advertisement
  1. Hindi News
  2. एजुकेशन
  3. चलते-चलते ही कैसे बदल जाती है Train की पटरी, कहां होता है ये कंट्रोल

चलते-चलते ही कैसे बदल जाती है Train की पटरी, कहां होता है ये कंट्रोल

How Train Changes Track: हम सभी ने अपने रेल सफर के दौरान कई बार एक जगह बहुत से ट्रैक्स को एक साथ देखा होगा। लेकिन ज्यादातर लोगों ने कभी इस बात पर गौर नहीं किया होगा कि चलती हुई ट्रैन कैसे एक पटरी से दूसरी पटरी पर चली जाती है।

Edited By: Akash Mishra @Akash25100607
Published : Jun 06, 2023 11:07 IST, Updated : Jun 06, 2023 11:08 IST
 कैसे बदल जाती है Train  की पटरी
Image Source : PEXELS कैसे बदल जाती है Train की पटरी

How Train Changes Track: भारत दुनिया के सबसे बड़े रेल नेटवर्क्स में से एक है। यहां हर दिन लाखों लोग ट्रेन से एक जगह से दूसरे स्थान तक का सफर तय करते हैं। भारतीय रेलवे को देश की लाइफलाइन भी कहा जाता है। हर शख्स ने अपने जीवनकाल में कभी न कभी रेलवे से सफर तो किया ही होगा। ऐसे में आपने कई बार एक जगह बहुत से ट्रैक्स को एक साथ देखा होगा। लेकिन आपने कभी इस बात पर गौर नहीं किया होगा कि चलती हुई ट्रेन कैसे एक पटरी से दूसरी पटरी पर चली जाती है। कैसे बदल जाती हैं ट्रेन की पटरियां? कैसे होता है रेल का ट्रैक चेंज? इन सारे सवालों के जवाब आज हम आपको इस खबर के जरिए देंगे। 

प्रतीकात्मक फोटो

Image Source : PEXELS
प्रतीकात्मक फोटो

ऐसे बदलती है पटरी

जब भी और जहां भी ट्रेन की पटरी बदली जाती है तो वहां उसके मेन ट्रैक के साथ एडजस्टेबल पटरी रहती है। ट्रेन की इन पटरियों के बीच एक स्विच होता है जिससे दोनों पटरियां आपस में जुड़ी होती हैं। जब ट्रेन की पटरी बदलनी होती है तो कंट्रोल रूम से ऑपरेट कर उसे बदल दिया जाता है। इससे ट्रेन का पहिया दूसरी पटरी पकड़ लेता है। आपको ये बता दें कि ट्रेन पटरी को अंदर से पकड़कर चलती है, जिस वजह से यह संभव हो पाता है। इससे जिस दिशा में पटरी जाती है उसी दिशा में ट्रेन दौड़ती है। 

प्रतीकात्मक फोटो

Image Source : PEXELS
प्रतीकात्मक फोटो

पहले होती थी मैनुअली
इस तरह रेल की पटरी बदलने को इंटरलॉकिंग कहते हैं।  पहले ये मैनुअली किया जाता था, जिसके लिए एक ट्रैकमैन होता था। ट्रैक को चेंज करने के लिए स्टेशन से कुछ दूरी पर पीले रंग के केबिन बनाए जाते थे, जो अब भी आपको कई जगह देखने को मिल जाएंगे। हालांकि, आज के समय में ये इंटरलॉकिंग इलेक्टॉनिक तरीके से की जाती है, जिसे कंट्रोल रूम में बैठा एक व्यक्ति हैंडल करता है। जानकारी के लिए बता दें कि अधिकतर ट्रेनों के ट्रैक्स रेलवे स्टेशन के पास ही बदले जाते हैं। 

ये भी पढ़ें- रेलवे में क्या होता है इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग सिस्टम?

क्या होता है POCSO Act, कब और क्यों बनाया गया?

 

 

 

Latest Education News

India TV पर हिंदी में ब्रेकिंग न्यूज़ Hindi News देश-विदेश की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट और स्‍पेशल स्‍टोरी पढ़ें और अपने आप को रखें अप-टू-डेट। News in Hindi के लिए क्लिक करें एजुकेशन सेक्‍शन

Advertisement
Advertisement
Advertisement