Friday, November 29, 2024
Advertisement
  1. Hindi News
  2. एजुकेशन
  3. DU में एडहॉक और गेस्ट फैकल्टी के लिए कोविड सहायता कोष की मांग

DU में एडहॉक और गेस्ट फैकल्टी के लिए कोविड सहायता कोष की मांग

दिल्ली विश्वविद्यालय के एडहॉक और गेस्ट फैकल्टी के लिए एक कोविड सहायता कोष स्थापित करने की मांग की गई है। दिल्ली विश्वविद्यालय शिक्षक संघ यानी डूटा, एकेडमिक काउंसिल, दिल्ली टीचर्स एसोसिएशन समेत कई संगठनों ने विश्वविद्यालय प्रशासन से एडहॉक टीचर्स के एवं उनके परिजनों के उपचार हेतु कोष बनाने की मांग की है।

Edited by: IndiaTV Hindi Desk
Published : May 14, 2021 18:42 IST
DU में एडहॉक और गेस्ट...- India TV Hindi
Image Source : FILE DU में एडहॉक और गेस्ट फैकल्टी के लिए कोविड सहायता कोष की मांग

नई दिल्ली। दिल्ली विश्वविद्यालय के एडहॉक और गेस्ट फैकल्टी के लिए एक कोविड सहायता कोष स्थापित करने की मांग की गई है। दिल्ली विश्वविद्यालय शिक्षक संघ यानी डूटा, एकेडमिक काउंसिल, दिल्ली टीचर्स एसोसिएशन समेत कई संगठनों ने विश्वविद्यालय प्रशासन से एडहॉक टीचर्स के एवं उनके परिजनों के उपचार हेतु कोष बनाने की मांग की है।

डीयू टीचर वेलफेयर फंड को भी बढ़ाने की मांग की गई है। दिल्ली विश्वविद्यालय में फिलहाल 5 से 7 लाख रुपये की धनराशि पीड़ित परिवार को मिलती हैं। हालांकि शिक्षकों की मांग है कि मौजूदा महामारी को देखते हुए यह सहायता बढ़ाकर 30 लाख रुपये की जाए।

दिल्ली विश्वविद्यालय की प्रोफेसर आभा देव ने बताया कि 600 से अधिक टीचर्स ने विश्वविद्यालय के मौजूदा कार्यकारी कुलपति पीसी जोशी को इस संबंध में एक संबंध में एक पत्र लिखा है। इस पत्र में कहा गया है कि '' महामारी की दूसरी लहर इतनी बड़ी संख्या में मौतें और संकट पैदा कर रही है जिसकी हम कल्पना भी नहीं कर सकते थे। दिल्ली विश्वविद्यालय समुदाय हर दिन इसका प्रभाव महसूस कर रहा है। हम अपने सहयोगियों की मौत की खबर सुनते हैं। मौतों की खबर हम तक पहुंचती है, लेकिन ज्यादातर मामलों में, हम कभी नहीं जानते कि पीड़ित परिवार कैसे हैं उन्हें किन चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। ''

एग्जीक्यूटिव काउंसिल की सदस्य प्रोफेसर सीमा दास ने कुलपति प्रोफेसर पीसी जोशी को पत्र लिखा गया है। उन्होने कहा कि '' हमारी मांग है कि एडहॉक शिक्षकों को भी दिल्ली विश्वविद्यालय टीचर वेलफेयर फंड से जोड़ा जाए। शिक्षकों को इसके तहत मिलने वाले सभी लाभ भी दिये जाने चाहिए। ''

शिक्षक संगठनों ने कहा कि सबसे बुरा असर शायद एडहॉक और गेस्ट फैकल्टी के परिवारों पर पड़ा है। ये वे लोग हैं जिन्होंने बिना किसी सुरक्षा लाभ के कॉलेजों और विश्वविद्यालयों को इतने सालों तक चालू रखा है। महामारी में उन्हें आय की अनिश्चितता के कारण भी भारी कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है। कई तदर्थ और अतिथि शिक्षकों के बीच मौतें हुई हैं, और कई को बड़ी चिकित्सा लागत के साथ अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

दिल्ली विश्वविद्यालय की एग्जीक्यूटिव काउंसिल, मैनेजिंग कमेटी और वकिर्ंग कमेटी ने भी कार्यवाहक कुलपति प्रो पीसी जोशी को इस मामले में पत्र लिखा है। काउंसिल और कमेटी से जुड़े पदाधिकारियों का मानना है कि महामारी के इस मुश्किल वक्त में एडहॉक शिक्षकों के परिवारों की मदद करनी चाहिए। कोरोना के चलते डीयू के करीब 25 से अधिक शिक्षकों और कई कर्मियों का निधन हो चुका है।

डूटा का कहना है कि हम विशेष रूप से एड-हॉक और गेस्ट फैकल्टी के लिए एक कोविड सहायता कोष स्थापित करने की अपील करते हैं। प्रोफेसर आभा देव ने कहा कि विश्वविद्यालय को सभी शिक्षकों से इस फंड के लिए कम से कम एक दिन के वेतन के योगदान करने की अपील करनी चाहिए। निधि का प्रबंधन दिल्ली विश्वविद्यालय शिक्षक संघ की सहायता से किया जा सकता है।

 

Latest Education News

India TV पर हिंदी में ब्रेकिंग न्यूज़ Hindi News देश-विदेश की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट और स्‍पेशल स्‍टोरी पढ़ें और अपने आप को रखें अप-टू-डेट। News in Hindi के लिए क्लिक करें एजुकेशन सेक्‍शन

Advertisement
Advertisement
Advertisement