नयी दिल्ली। दिल्ली विश्वविद्यालय में स्नातक पाठ्यक्रमों की करीब 70 हजार सीटों के लिये पंजीकरण प्रक्रिया सोमवार से शुरू होगी। पंजीकरण की आखिरी तारीख 31 अगस्त होगी। विश्वविद्यालय अधिकारियों के मुताबिक, दाखिला पोर्टल के सोमवार अपराह्न तीन बजे से काम शुरू कर देने की उम्मीद है। स्नातकोत्तर दाखिले के पोर्टल की तरह यह भी संवादात्मक होगा और इसमें कृत्रिम मेधा आधारित चैटबोट (इंटरनेट पर मानव उपयोगकर्ता के साथ संवाद के लिये विशेष रूप से डिजाइन किया गया कंप्यूटर प्रोग्राम) छात्रों के सवालों के समाधान के लिये होगा।
उन्होंने बताया कि पिछली बार की तरह इस बार भी दाखिला प्रक्रिया पूरी तरह ऑनलाइन होगी और छात्रों को कोई भी औपचारिकता पूरी करने के लिये विश्वविद्यालय आने की आवश्यकता नहीं होगी। अधिकारियों के मुताबिक पहली कटऑफ सूची की घोषणा सात से 10 सितंबर के बीच होने की उम्मीद है। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय अंकों के अद्यतन की सुविधा बाद के चरण में देगा।
विश्वविद्यालय के एक अधिकारी ने कहा, “सीबीएसई, आईएससी बोर्ड ने जहां नतीजों की घोषणा कर दी है, कई राज्य बोर्ड द्वारा परिणाम की घोषणा किया जाना अभी बाकी है। हम छात्रों को उनके अंक अद्यतन करने का विकल्प बाद में देंगे और इसके लिये एक विशेष व्यवस्था की जाएगी।”
अधिकारियों ने कहा कि पिछले साल की तरह इस साल भी छात्रों को फॉर्म भरने के दौरान पाठ्यक्रम या कॉलेज नहीं चुनना होगा। एक बार फॉर्म भरने के बाद छात्र प्रत्येक कॉलेज और पाठ्यक्रम में दाखिले के लिये योग्य होगा, बशर्ते वह अर्हता पैमाना पूरा करता हो। सेंट स्टीफंस और जीसस एंड मैरी जैसे कॉलेजों के लिये उन्हें संबंधित कॉलेजों के फॉर्म अलग से भरने होंगे, लेकिन वह तभी जब वे विश्वविद्यालय के लिये साझा दाखिला फॉर्म भर चुके हों।
हर साल दिल्ली विश्वविद्यालय को केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) के छात्रों की तरफ से सबसे ज्यादा आवेदन मिलते हैं। पिछले साल सीबीएसई से उत्तीर्ण छात्रों के 2.85 लाख आवेदन आए थे जबकि हरियाणा स्कूली शिक्षा बोर्ड और आईएससी के छात्रों के 12000 आवेदन थे। अधिकांश पाठ्यक्रमों में प्रवेश मेरिट आधारित होगा जबकि कुछ पाठ्यक्रमों में दाखिला प्रवेश-परीक्षा से होगा।
राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी (एनटीए) द्वारा 26 सितंबर से एक अक्टूबर के बीच प्रवेश परीक्षा कराई जाएगी। इस साल पिछले साल के मुकाबले कटऑफ अधिक रहने की उम्मीद है क्योंकि सीबीएसई के 12वीं के नतीजों के मुताबिक इस साल 70 हजार से ज्यादा परीक्षार्थियों के 95 प्रतिशत से ऊपर नंबर आए हैं। स्नातकोत्तर, एमफिल और पीएचडी पाठ्यक्रमों के लिये पंजीकरण प्रक्रिया 26 जुलाई को शुरू हो गई थी।