तमिलनाडु में नीट की तैयारी कर रहे एक छात्र द्वारा खुदकुशी करने के बाद उसके पिता की भी मौत हो गई। इस पर तमिलनाडु के सीएम एमके स्टालिन ने गहरा दुख जताया है। उन्होंने कहा कि, "...मुझे यह जानकर झटका लगा कि क्रोमपेट के जेगादीस्वरन, जो एनईईटी के एस्पिरेंट थे, उन्होंने आत्महत्या कर ली। जब मैं सोच रहा था कि उनके माता-पिता को कैसे सांत्वना दूं, तो अगले दिन उनके पिता सेल्वासेकर की भी खुदकुशी करने से मृत्यु हो गई। मुझे नहीं पता कि मैं जेगदीश्वरन के परिवार, दोस्तों और रिश्तेदारों को कैसे सांत्वना दूं। यह भयानक है कि एक प्रतिभाशाली छात्र जिसने डॉक्टर बनने का सपना देखा था, अब एनईईटी आत्महत्याओं की सूची में शामिल हो गया है।"
'हम निश्चित रूप से NEET को हटा सकते'
तमिलनाडु के सीएम एमके स्टालिन ने आगे कहा कि मैं सभी छात्रों से कह रहा हूं कि किसी भी स्थिति में किसी की भी जान नहीं जानी चाहिए। हम निश्चित रूप से NEET को हटा सकते हैं जो आपके लक्ष्यों में बाधा है। उन्होंने कहा कि तमिलनाडु सरकार काम कर रही है और उस दिशा में कानूनी कदम उठा रही है।
'ठंडे बस्ते में डाल दिया जाए विधेयक'
मुख्यमंत्री ने तमिलनाडु के लिए एनईईटी छूट की मांग वाले विधानसभा प्रस्तावों को याद करते हुए कहा कि राज्यपाल ने पहला प्रस्ताव लौटा दिया है और दूसरे प्रस्ताव को सहमति के लिए राष्ट्रपति के पास भेज दिया है। सीएम स्टालिन ने कहा कि "ऐसा प्रतीत होता है कि राज्यपाल रवि चाहते हैं कि विधेयक को ठंडे बस्ते में डाल दिया जाए। नीट परीक्षा महंगी हो गई है और इसे केवल अमीर लोग ही वहन कर सकते हैं।"
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