मध्य प्रदेश सरकार ने 2030 तक 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षा में शामिल होने वाले छात्रों के लिए एक आदर्श उत्तीर्ण प्रतिशत हासिल करने का लक्ष्य रखा है। यह घोषणा मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने रविवार को स्वामी विवेकानंद युवा शक्ति मिशन के आयोजन समारोह के दौरान की। उन्होंने स्वामी विवेकानंद की जयंती पर मनाए जाने वाले राष्ट्रीय युवा दिवस के अवसर पर मिशन के शुभारंभ पर खुशी जताई।
उन्होंने कहा, "मुझे खुशी है कि हमारी सरकार ने आज युवा शक्ति मिशन की शुरुआत की है। इसके पीछे सोच यह है कि अगर युवा सक्षम और सुशिक्षित होगा तो निश्चित रूप से स्वामी विवेकानंद की यह भविष्यवाणी सच होगी कि 21वीं सदी भारत की होगी।"
'स्वामी विवेकानंद की जयंती पर शुरू किया जा रहा यह मिशन सफल होगा'
सीएम ने कहा, "हमारी सरकार युवाओं, किसानों, गरीबों और महिलाओं के जीवन में बदलाव लाने के लिए शुरू से ही काम कर रही है। हमने 2030 तक 10वीं और 12वीं की परीक्षा में शामिल होने वाले छात्रों के लिए 100 प्रतिशत उत्तीर्ण परिणाम का लक्ष्य रखा था और बाद में सरकार उनके लिए उन सभी क्षेत्रों में चीजें उपलब्ध कराने के लिए तैयार रहेगी, जहां वे अपने जीवन में आगे बढ़ना चाहते हैं। मुझे उम्मीद है कि युवाओं को आत्मनिर्भर और स्वतंत्र बनाने के लिए स्वामी विवेकानंद की जयंती पर शुरू किया जा रहा यह मिशन सफल होगा।"
क्या है युवा शक्ति मिशन प्रोग्राम?
युवा शक्ति मिशन कार्यक्रम युवा शक्ति को सशक्त बनाने की एक पहल है। इस मिशन का उद्देश्य शिक्षा, कौशल विकास और सामुदायिक सेवा के लिए संसाधन और अवसर प्रदान करके युवाओं को सशक्त बनाना है। मुख्यमंत्री मोहन यादव ने 12 जनवरी को स्वामी विवेकानंद के चित्र पर दीप प्रज्वलित और पुष्पांजलि अर्पित करके कार्यक्रम का उद्घाटन किया। कार्यक्रम के दौरान उन्होंने युवा शक्ति मिशन के लोगो का भी अनावरण किया, जो मिशन के आदर्श वाक्य 'आत्म दीपो भव: - संवाद, सामर्थ्य, समृद्धि' पर आधारित है। (Input With Agency)
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