केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड यानी सीबीएसई की तरफ से एक जरूरी नोटिस जारी किया गया है। सीबीएसई ने सोशल मीडिया पर पोस्ट शेयर करते हुए कहा," सीबीएसई के 22 मार्च 2024 के परिपत्र संख्या Acad. 29/2024 का संदर्भ लिया जा सकता है। किसी भी तरह की शंका को दूर करने और अधिक स्पष्टता के लिए, यह दोहराया जाता है कि 3 और 6 के अलावा अन्य सभी कक्षाओं के लिए मौजूदा पाठ्यक्रम या पाठ्यपुस्तकों में कोई बदलाव नहीं किया गया है। स्कूलों को एक बार फिर निर्देश दिया जाता है कि वे इन कक्षाओं के लिए उन्हीं पाठ्यपुस्तकों का उपयोग करना जारी रखें, जैसा उन्होंने पिछले शैक्षणिक वर्ष (2023-24) में किया था।
बता दें कि कक्षा 3 और 6 को छोड़कर अन्य किसी भी कक्षा के पाठ्यक्रम में परिवर्तन के संबंध में किसी भी प्रकार की गलतफहमी को रोकने के लिए ऐसा किया गया। नोटिस में यह भी कहा गया कि विद्यालयों से अपेक्षा की जाती है कि वे जहां भी संभव हो, बहुभाषिकता, कला-एकीकृत शिक्षा, अनुभवात्मक शिक्षा और शैक्षणिक योजनाओं जैसी पद्धतियों को शामिल करें।
बोर्ड ने कक्षा 3 और 6 की पाठ्यपुस्तकों के बारे में भी जानकारी दी। संशोधित पुस्तकें जल्द ही एनसीईआरटी द्वारा अपडेट किए गए बदलावों और नए पाठ्यक्रम के साथ उपलब्ध कराई जाएंगी। सीबीएसई ने यह भी बताया कि कक्षा 6 के लिए एक ब्रिज कोर्स और कक्षा 3 के लिए संक्षिप्त दिशा-निर्देश वर्तमान में एनसीईआरटी द्वारा विकसित किए जा रहे हैं ताकि छात्रों के लिए एनसीएफ-एसई 2023 के साथ संरेखित नए शैक्षणिक प्रथाओं और अध्ययन के क्षेत्रों में सहज संक्रमण हो सके।
कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने हाल ही में कक्षा 6 की नई पाठ्यपुस्तकों के प्रकाशन में देरी को लेकर केंद्र की आलोचना की थी। चूंकि एनसीईआरटी को पाठ्यपुस्तकों के युक्तिकरण का काम सौंपा गया था, इसलिए विषयों को हटाने और जोड़ने को लेकर कई विवाद हुए।
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