सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन (सीबीएसई) ने नेशनल एजुकेशन पॉलिसी (एनईपी) 2020 और स्कूली शिक्षा के लिए नेशनल कर्कुलम फ्रेमवर्क (एनसीएफ-एसई) के मुताबिक, देश में स्किल एजुकेशन को बढ़ाने के लिए स्कूलों में ‘समग्र कौशल प्रयोगशाला’ बनाने के बारे में नोटिस जारी की गई है। आधिकारिक नोटिस के अनुसार, स्कूलों को कक्षा 6 से 12 के लिए 600 स्क्वायर फीट एरिया की एक 'कंपोसाइट स्किल लैब' या कक्षा 6 से 10 के लिए और दूसरी कक्षा 11 और 12 के लिए 400 स्क्वायर फीट एरिया की दो अलग-अलग लैब स्थापित करने की सलाह दी जाती है।
जल्द होगा करिकुलम में शामिल
एनसीएफ-एसई का मानना है कि सभी सीबीएसई स्कूलों को स्किल सब्जेक्ट को करिकुलम के रूप में शामिल करना चाहिए और कक्षा 6 से उन्हें कंपलसरी सब्जेक्ट बनाना चाहिए। एनसीएफ-एसई छात्रों को उनके स्किल से संबंधित वास्तविक दुनिया के कार्यों और प्रोजेक्ट में शामिल होने और थेवरी और प्रैक्टिस के बीच की खाई को पाटने के अवसर देता है।
क्या कहा गया नोटिस में?
सीबीएसई के नोटिस के अनुसार, वर्तमान में कई स्कूलों में छात्रों को प्रभावी प्रदान करने के लिए जरूरी सुविधाओं और उपकरणों का अभाव है। नोटिस में कहा गया, “बोर्ड की शासी निकाय की 139वीं बैठक में इस मामले पर चर्चा के लिए एक बैठक आयोजित की गई और यह अनिवार्य किया गया है कि बोर्ड से संबद्ध सभी स्कूलों को एनईपी और एनसीएफ-एसई की सिफारिशों को प्रभावी ढंग से लागू करने के लिए सभी जरूरी उपकरणों और मशीनरी के साथ एक ‘समग्र कौशल प्रयोगशाला’ स्थापित करनी होगी।”
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