हर साल लाखों छात्र देश की विभिन्न यूनिवर्सिटीज में अंडरग्रेजुएट या पोस्टग्रेजुएट कोर्स के लिए अपना एडमिशन करवाते हैं। इन्हीं यूनिवर्सिटी से कई छात्र बेहतरीन जगह बढ़िया पैकेज सैलेरी प्लेसमेंट भी हासिल करते हैं। इनमें से कई ऐसे कोर्स हैं जो लाखों छात्र हर साल अपनाते हैं और बढ़िया नंबर से पास होकर एक अच्छी जगह नौकरी भी करते हैं। कोर्स का चयन करते वक्त इस बात का हमेशा ख्याल रखें कि कौन-सा कोर्स आप चुन रहे हैं, क्योंकि इन कोर्स के साथ आपका करियर भी जुड़ा होता है। इसलिए आज हम यहां ऐसे 5 कोर्स की बात करने जा रहे हैं जो छात्रों के बीच काफी चर्चित है और इसने कई छात्रों का करियर भी बनाया है।
चार्टेड एकाउंटेंसी (Chartered accountancy)
अगर आपको लेखा-जोखा या फाइनेंस से जुड़ूी चीजों में इंटरेस्ट हैं तो आप इस कोर्स को कर सकते हैं। चार्टर्ड अकाउंटेंसी के तहत किसी व्यक्ति या ग्रुप के लिए ऑडिटिंग, अकाउंटिंग, फाइनेंशियल मूल्यांकन और टैक्स का भरना होता है। इसका जिम्मा एक चार्टर्ड एकाउंटेंट या एक सीए को दिया जाता है, जिसे इन संबंधित मुद्दों को संभालने के लिए योग्य माना जाता है। छात्र को यदि इस क्षेत्र में इंटरेंस्ट हो तो वह इस क्षेत्र में करियर बना सकता है। 12वीं कक्षा के बाद, छात्र फाउंडेशन कोर्स कर सकते हैं, जबकि डायरेक्ट एंट्री का विकल्प उन लोगों के लिए है जिन्होंने अपना ग्रेजुएशन पूरा कर लिया है।
कंपनी सेक्ररेटरी (Company Secretary)
कंपनी सेक्रेटरी (सीएस) एक प्रोफेशनल कोर्स है, जिसे मान्यता प्राप्त संस्थानों से 10+2 या ग्रेजुएशन पूरा करने के बाद किया जा सकता है। 10+2 के बाद कंपनी सेक्रेटरी कोर्स करने के लिए, किसी को ICSI CSEET एग्जाम देना पड़ता है, उसके बाद कंपनी सेक्रेटरी एग्जीक्यूटिव प्रोग्राम (9 महीने) और अंत में कंपनी सेक्रेटरी प्रोफेशनल प्रोग्राम (15 महीने) होता है। हालाँकि, उम्मीदवार 2 साल में भी कोर्स पूरा कर सकते हैं यदि उन्होंने संबंधित स्ट्रीम में स्नातक की पढ़ाई पूरी कर ली है। ICSI CSEET परीक्षा उन उम्मीदवारों के लिए अनिवार्य है जिन्होंने 12वीं कक्षा पूरी कर ली है और कंपनी सेक्ररेटरी कोर्स करना चाहते हैं।
एमबीए (MBA - Master of business administrarion)
मास्टर ऑफ बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन (एमबीए) 2 साल का पोस्टग्रेजुएन कोर्स है, जो कई क्षेत्र में किया जा सकता है। एमबीए कोर्स भविष्य के बिजनेस संबंधी लोगों और इंटरप्रेन्योर के बीच बिजनेस और मैनेजमेंट स्किल बनाने में मदद करता है। एमबीए करने के बाद छात्र मनचाही इंडस्ट्री में अपना करियर बनाना काफी आसान है। भारत के टॉप MBA कॉलेजों में IIM बैंगलोर, IIM अहमदाबाद, IIM लखनऊ, IIM कलकत्ता और MDI गुड़गांव शामिल हैं। भारत में अधिकांश एमबीए कॉलेज प्रमुख और अच्छी तरह से स्थापित कंपनियों में सीधे प्लेसमेंट और एमबीए की नौकरी दिलाते हैं। इस कोर्स में 50 प्रतिशत से अधिक नंबर मिलने वाले उम्मीदवार ही एमबीए के लिए आवेदन कर सकते हैं।
एमसीए (MCA- Masters of computer applications)
कंप्यूटर एप्लीकेशन या एमसीए के पोस्टग्रेजुएशन कंप्यूटर प्रोग्रामिंग, एप्लिकेशन सॉफ्टवेयर, ऑपरेटिंग सिस्टम आदि के पहलुओं से संबंधित हैं। एमसीए बीसीए स्नातकों के लिए 2 साल की अवधि का कोर्स है और अन्य धाराओं के स्नातकों के लिए 3 साल का कोर्स है। बीसीए कोर्स करने के लिए, उम्मीदवारों को किसी मान्यता प्राप्त संस्थान से कुल 50% अंकों के साथ बीसीए या समकक्ष में स्नातक पूरा करना होगा। कुछ प्रवेश परीक्षाओं में NIMCET, Mah MCA CET, TANCET, IPU CET, आदि शामिल हैं। यह कोर्स उन उम्मीदवारों के लिए मददगार है जो सॉफ्टवेयर प्रोग्रामर, सिस्टम एनालिस्ट, प्रोग्रामर, सिस्टम इंजीनियर आदि बनने में रुचि रखते हैं।
एरोनॉटिकल इंजीनियरिंग (Aeronautical engineering)
एरोनॉटिकल इंजीनियरिंग के जरिए उड़ने वाली मशीनरी के बारे में पढ़ते हैं, इसमें मशीनरी की डिजाइन और निर्माण साथ ही प्लेन के संचालन की तकनीक भी शामिल है। उम्मीदवार इस क्षेत्र में अपना करियर बना सकते हैं। इस कोर्स के जरिए इंजीनियर कॉमर्शियल और सैन्य हवाई जहाजों और मिसाइलों के डिजाइन, निर्माण, टेस्ट और एनालिसिस करते है और ट्रेनिंग लेते है। इस कार्यक्रम को आगे बढ़ाने के लिए, उम्मीदवारों को जेईई मेन, जेईई एडवांस्ड, एएमईसीईटी, आईआईएसएटी आदि जैसी इंजीनियरिंग परीक्षाओं को पास करना होता है।
इसे भी पढ़ें-
10वीं पास रेलवे में करना चाहते हैं नौकरी, तो ये है बेहतरीन मौका; परीक्षा भी नहीं देनी होगी
नवोदय विद्यालय के लिए रजिस्ट्रेशन डेट फिर से बढ़ी, जानें नई तारीख