क्या आपने कभी किसी ब्लॉकबस्टर फिल्म के बड़े पर्दे पर अपना नाम देखने का रोमांच अनुभव किया है? अभी तक नहीं? आइए... एनिमेशन और विजुअल इफेक्ट्स के सबसे रोमांचक और रचनात्मक पेशे में अपना करियर बनाएं। आज की दुनिया में, 3डी एनिमेशन अब फिल्मों या टीवी सीरीज तक ही सीमित नहीं है। इसने एजुकेशन, मेडिकल, आर्किटेक्चर, खेल, एआर और वीआर, आदि के क्षेत्रों में अपने पंख फैलाए हैं। उभरते हुए 3D सॉफ्टवेयर की गतिशीलता दुनिया की विभिन्न जरूरतों के मुताबिक ज्यादा अनुकूल है।
इस पेशे की खूबी यह है कि हर दिन एक चुनौती है, क्योंकि हर रोज विभिन्न कार्यों से निपटना पड़ता है। आज, इंटरनेट, सोशल मीडिया, टेलीविजन, फिल्म और ओटीटी पर सभी उम्र के लोगों पर्याप्त उपस्थिति के साथ एनीमेशन भारत में सबसे लोकप्रिय और तेजी से बढ़ती हुई इंडस्ट्री है।
2025 में 23 मिलियन अमेरिकी डॉलर पहुंचेगा टर्नओवर
बता दें कि हाल की रिपोर्टों के अनुसार, 2018 में ग्लोबल VFX मार्केट का टर्नओवर 11,333 मिलियन अमरीकी डॉलर का था और 2019 और 2025 के बीच लगभग 11.4% की सालाना चक्रवृद्धि वृद्धि दर पर 2025 तक 23,854 मिलियन अमेरिकी डॉलर तक पहुंचने की उम्मीद है।
इससे डिजिटल मनोरंजन की मांग में और वृद्धि होगी। अनुमान है कि 2025 तक भारत में लगभग 300 मिलियन नए उपयोगकर्ता होंगे। भारत के एनीमेशन और वीएफएक्स उद्योग का मूल्य 2020 में लगभग 50 बिलियन भारतीय रुपये था, जिसमें 2023 तक 125 बिलियन रुपये तक की वृद्धि का अनुमान है। इंडस्ट्री के लिए लगभग 35 प्रतिशत की विकास दर है। 2019 से 2029 तक विशेष प्रभाव वाले कलाकारों और एनिमेटरों के रोजगार में 4 प्रतिशत की वृद्धि होने का अनुमान है, जो सभी बिजनेस के औसत के बराबर है।
ग्रेजुएट व पोस्ट ग्रेजुएशन कोर्स
इच्छुक उम्मीदवारों के लिए करियर के विभिन्न प्रकार के अवसर हैं, और यदि किसी के पास ड्राइंग, फोकस, रचनात्मकता और संचार जैसे कौशल हैं, तो वे एनीमेशन और विजुअल इफेक्ट्स फिल्म निर्माण की दुनिया में फल-फूल सकते हैं। अधिकांश एनिमेशन कॉलेजों में यूजी और पीजी पाठ्यक्रमों के लिए कुछ पात्रता मानदंड होते हैं, जिन्हें उम्मीदवार को पास करना होता है।
1- एनिमेशन क्षेत्र में B.Des. (Bachelor of Design) डिप्लोमा या बी.एससी जौसे ग्रेजुएट कोर्स होते हैं, उम्मीदवार को किसी मान्यता प्राप्त बोर्ड से 45% के साथ किसी भी स्ट्रीम में 10+2 पास होना चाहिए।
2- इस क्षेत्र में पोस्ट ग्रेजुएशन के लिए M.Des. (Master of Design) जैसे उपलब्ध हैं, उम्मीदवार के पास उस क्षेत्र स्पेशलाइजेशन के साथ डिग्री होनी चाहिए जो वे मास्टर्स में करना चाहते हैं।
प्रमुख इंस्टिट्यूट
भारत में विभिन्न सरकारी और निजी संस्थान हैं, जो एनीमेशन और संबंधित विषयों में पाठ्यक्रम प्रदान करते हैं। इस क्षेत्र में करियर की तलाश कर रहे उम्मीदवार इन सरकारी और प्राइवेट संस्थानों में से एक में एडमिशन ले सकते हैं।
नेशनल स्कूल ऑफ डिजाइन (एनआईडी), अहमदाबाद।
औद्योगिक डिजाइन केंद्र (आईडीसी), IIT, मुंबई।
सत्यजीत रे फिल्म एंड टेलीविजन इंस्टीट्यूट, (SRFTI), कोलकाता।
इन (और अन्य) राष्ट्रीय स्तर के संस्थानों में चयन के लिए अपनी स्वयं की प्रवेश परीक्षाएँ होती हैं, यानी NID की DAT (डिज़ाइन एप्टीट्यूड टेस्ट), CEED (IIT के लिए डिज़ाइन के लिए सामान्य प्रवेश परीक्षा, SRFTI के लिए JET (संयुक्त प्रवेश परीक्षा)। ये परीक्षण विशेष रूप से विकसित किए गए हैं। डिजाइन में उम्मीदवारों की रचनात्मक सोच को समझें।
इसके अलावा भी कुछ और सरकारी और प्राइवेट संस्थान हैं, जहां आप एडमिशन ले सकते हैं।