Highlights
- ज्योग्राफी में पढ़ने वाले लोगों को जमीन से जुड़े विषयों की जानकारी हो जाती है।
- इसको पढ़ने के बाद कई क्षेत्रों में करियर के ऑप्शन खुलते हैं।
- इस क्षेत्र में करियर ऑप्शन खोज कर खूब पैसा भी कमा सकते हैं।
Career Options For Geography: भूगोल यानी की ज्योग्राफी एक ऐसा सबजेक्ट है जिसमें धरती से जुड़े विषय नदी, पहाड़, जंगल, ज्वालामुखी, मौसम, जलवायु जैसी चीजों के बारे में बच्चों को सिखाया और पढ़ायाा जाता है। 12वीं की पढ़ाई पूरी करने के बाद जिन छात्रों को ज्योग्राफी विषय पसंद होता है वो ग्रेजुएशन इसी सबजेक्ट से करते हैं और इसी में करियर बनाने की कोशिश करते हैं। हालांकि ग्रेजुएशन में ज्योग्राफी सबजेक्ट चुनने वाले ज्यादातर लोग इस बात को समझ नहीं पाते हैं कि आखिरकार इस विषय में ग्रेजुएशन करने के बाद किन क्षेत्रों में करियर बनाया जा सकता है। इसलिए आज हम आपको ज्योग्राफी विषय में पढ़ाई के बाद किन क्षेत्रों में करियर बनाया जा सकता है इसकी जानकारी देंगे।
ज्योग्राफी विषय में करियर ऑप्शन क्या हैं?
ज्योग्राफी में रूचि रखने वाले लोगों को जमीन से जुड़े विषयों को जानकारी हो जाती है। इसलिए इसको पढ़ने के बाद कई क्षेत्रों में करियर के ऑप्शन खुलते हैं। ज्योग्राफी में पढ़ाई करने के बाद आप सिविल सर्विसेज, एयरलाइट रूट व शिपिंग रूट प्लानिंग, मौसम विभाग, आपदा प्रबंधन, पर्यावरण विज्ञान, सेटेलाइट टेक्नोलॉजी, ट्रांसपोर्टेशन, मैच, खाद्या सुरक्षा और बायोडाइवर्सिटी संरक्षण से जुड़े क्षेत्र में करियर ऑप्शन खोज सकते हैं और खूब पैसा भी कमा सकते हैं।
सिविल सर्विसेज
सिविल सर्विसेज की तैयारी में ज्योग्राफी से जुड़े कई सवात आते हैं। सिविल सर्विसेज में यह जनरल स्टडीज पेपर का हिस्सा या ऑप्शनल सब्जेक्ट होता है। जिन बच्चों की ज्योग्राफी में अच्छी पकड़ है वो सिविल सर्विसेज की तैयारी बहुत ही आसानी से कर सकते हैं।
ज्योग्राफर
12वीं के बाद ज्योग्राफी विषय से ग्रेजुएशन और पोस्ट ग्रेजुएशन की पढ़ाई पूरी करने के बाद सबसे ज्यादा छात्र ज्योग्राफर क्षेत्र से जुड़ते हैं। ज्योग्राफर का प्रमुख काम प्रकृति से संबंधित जानकारियों को इकट्ठा करना होता है। इसमें मिट्टी, क्लाइमेंट, लैंड फार्म से जुड़ी छोटी से छोटी जानकारी को इकट्ठा किया जाता है। वर्तमान में जिस तरह से प्रदूषण और जलवायु परिवर्तन हो रहा है ऐसे में ज्योग्राफर की मांग काफी ज्यादा है।
टाउन प्लानर
ज्योग्राफी से पढ़ाई पूरी करने के बाद छात्र का सबसे ज्यादा फोकस टाउन प्लानर पर बनने पर ही होता है। टाउन प्लांनिग में प्राकृतिक वातावरण की सुरक्षा सुनिश्चित करना और पर्यावरण संबंधी समस्याओं का हल निकालना सिखाया जा सकता है।
कार्टोग्राफर
कार्टोग्राफ का काम हर क्षेत्र में पड़ता है। ज्योग्राफी की पढ़ाई के बाद कार्टोग्राफी करने के बाद चार्ट, ट्रैवल गाइड, पुराने नक्शों के बारे में पता लगाना और दस्तावेजों को खोजने जैसे काम किए जा सकतें हैं। केंद्र और राज्य सरकार द्वारा हर साल सैकड़ों की संख्या में कार्टोग्राफर की वेकेंसी निकलती है।
एनवायर्नमेंटल कंसल्टेंट्स
ये शब्द ही अपने आप में करियर और इससे जुड़े विषय की जानकारी दे रहा है। वातावरण, मौसम और आसपास के क्षेत्र में हो रहे बदलाव और पर्यावरणीय मुद्दों पर काम करने के लिए एनवायर्नमेंटल कंसल्टेंट्स की जरूर होती है। एनवायर्नमेंटल कंसल्टेंट्स की जरूरत प्राइवेट और निजी संस्थानों दोनों को ही पड़ती है।