बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) ने कहा कि उसने राजनेताओं सहित कई व्यक्तियों को कानूनी नोटिस जारी किया है, जिन्होंने 13 दिसंबर को राज्य भर में आयोजित संयुक्त प्रतियोगी परीक्षा (सीसीई) को लेकर उठे विवाद पर आयोग के खिलाफ निराधार आरोप लगाए हैं। बीएसपीसी के परीक्षा नियंत्रक राजेश कुमार सिंह ने कहा, "आयोग ने राजनेताओं, कोचिंग सेंटरों से जुड़े कुछ लोगों सहित कई व्यक्तियों को नोटिस भेजे हैं, जिन्होंने बीपीएससी के खिलाफ निराधार आरोप लगाए हैं। जल्द ही कुछ और नोटिस भेजे जाएंगे।"
राजनेताओं और कोचिंग संस्थानों को भेजे गए नोटिस
हालांकि परीक्षा नियंत्रक ने उन लोगों के नाम नहीं बताए जिन्हें नोटिस भेजा गया है, लेकिन जन सुराज पार्टी के उपाध्यक्ष वाई वी गिरि ने पुष्टि की कि नोटिस प्राप्त करने वालों में पार्टी के संस्थापक प्रशांत किशोर भी शामिल हैं। गिरि ने कहा कि नोटिस "गलत तरीके से भेजा गया है और इसे नजरअंदाज किया जाना चाहिए।" बीपीएससी के नोटिस में किशोर से कहा गया है कि वे एकीकृत 70वीं सीसीई में गड़बड़ी के संबंध में अपने आरोपों के समर्थन में सात दिनों के भीतर "अकाट्य और सत्यापन योग्य सबूतों और साक्ष्यों का पूरा विवरण" उपलब्ध कराएं। नोटिस में किशोर पर अपमानजनक और निराधार बयान देने का आरोप लगाया गया है।
नोटिस के अनुसार, किशोर ने हाल ही में साक्षात्कारों में आरोप लगाया कि "बच्चों की नौकरियां 1 करोड़ से 1.5 करोड़ रुपये में बेची गईं" और दावा किया कि यह घोटाला "₹1,000 करोड़ से अधिक" का है। नोटिस पाने वाले अन्य लोगों में पटना के ट्यूटर और यूट्यूबर खान सर भी शामिल हैं, जिन्होंने BPSC की कार्रवाई पर नाराजगी जताई है। उन्होंने कहा, "हां, मुझे प्रदर्शनकारी बीपीएससी अभ्यर्थियों के समर्थन में दिए गए मेरे भाषणों के लिए बीपीएससी से कानूनी नोटिस मिला है। मैं अपने वकीलों से परामर्श करने के बाद जल्द ही अपना जवाब भेजूंगा। लेकिन, एक बात मैं जरूर कहूंगा कि मैं छात्रों के हितों के लिए लड़ता रहूंगा।" उन्होंने कहा, "हम 13 दिसंबर को आयोजित परीक्षा में कथित अनियमितताओं से संबंधित मुद्दे पर पटना उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाने की तैयारी कर रहे हैं।"
पुलिस ने खान सर से जुड़े पटना स्थित एक कोचिंग संस्थान के खिलाफ भी बीपीएससी परीक्षा से संबंधित कथित रूप से गलत सूचना फैलाने के आरोप में एक नई FIR दर्ज की है। बीपीएससी के सूत्रों ने पुष्टि की है कि इस संबंध में पटना स्थित कई अन्य व्यक्तियों और कोचिंग संस्थानों के मालिकों को नोटिस भेजे गए हैं।
प्रदर्शनकारी छात्रों ने की प्रेस कॉन्फ्रेंस
इस बीच, प्रदर्शनकारी छात्रों ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित की, जिसमें तेजस्वी यादव, पप्पू यादव और प्रशांत किशोर से लेकर सभी को उनके संघर्ष को समर्थन देने के लिए धन्यवाद दिया। छात्रों ने कहा, "आपसी असहमति के बावजूद, उन्होंने हमारे संघर्ष का समर्थन किया। हालांकि, हम अभी भी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की प्रतिक्रिया का इंतजार कर रहे हैं, जिन्हें अपनी चुप्पी तोड़नी चाहिए। अगर वह कहते हैं कि परीक्षा रद्द करने का सवाल ही नहीं उठता है, तो हमें उसी के अनुसार रणनीति बनानी होगी।" (Input With PTI)
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