बिहार की शिक्षा व्यवस्था का हाल किसी से छिपा नहीं है। राज्य की व्यवस्था को लेकर अकसर सवाल उठते ही रहते हैं। ताजा मामला बिहार के मधेपुरा से सामने आ रहा है। यहां बी.एन.मंडल यूनिवर्सिटी में एक अजब-गजब कारनामा कर डाला। जानकारी दे दें कि यहां एक छात्रा को बिना परीक्षा दिए ही डिग्री मिल गई। ये सुनकर आप भी चौंक गए होंगे, लेकिन चौंकिए मत क्योंकि बीएन मंडल यूनिवर्सिटी का यह हैरतअंगेज कारनामा कोई नया नहीं है। ये यूनिवर्सिटी हमेशा अपने किसी न किसी कार्य को लेकर सुर्खियों में रहती है। एक बार फिर से बिना परीक्षा के ही डिग्री बांटने को लेकर यूनिवर्सिटी प्रशासन सुर्खियों में है।
जानें क्या है मामला
दरअसल, ये मामला यूनिवर्सिटी के पीजी मनोविज्ञान विभाग से जुड़ा हुआ है। मनोविज्ञान विभाग में अध्ययनरत छात्रा जूली कुमारी ने 2015 में अपना इरोलमेंट कराया था। सेकंड सेमेस्टर में जूली ने किन्ही कारणवश अपना नाम वापस ले लिया। इसके बावजूद फाइनल सेमेस्टर में उन्हें प्रथम श्रेणी से पास कर दिया गया और मार्कशीट भी जारी कर दी गई। जब मामला यूनिवर्सिटी प्रशासन के सामने आया अधिकारियों के होश उड़ गए। अब प्रशासन को कुछ समझ में नहीं आ रहा है कि आखिर इतनी बड़ी चूक कैसे हो गई। रिजल्ट जारी होने के बाद इस मामले ने काफी तूल पकड़ लिया है, जिसके बाद यूनिवर्सिटी की खूब किरकिरी हो रही है।
दोषियों पर होगी सख्त कार्रवाई
हालांकि इस मामले में कुलसचिव डॉ. मिहिर कुमार ठाकुर ने अपना पक्ष रखा है। कुलसचिव डॉ. मिहिर कुमार ठाकुर ने इस मामले को बेहद ही गंभीर बताया है। उन्होंने कहा कि यह गंभीर मामला है, जैसे ही मामला हमारे संज्ञान में आया है तुरंत इसकी जांच कराई जा रही है। जांच में दोषी पाए जाने वाले लोगों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी क्योंकि यह बीएन मंडल यूनिवर्सिटी की छवि धूमिल करने से संबंधित है। खैर मामला जो भी हो यह जांच का विषय है। लेकिन इस कारनामे के बाद बीएन मंडल विश्वविद्यालय चर्चा जोरों शोरों से हो रही है।
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