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विदेश से एमबीबीएस की पढ़ाई करने वालों के लिए बड़ी खबर, एनएमसी ने घटा दिए इंटर्नशिप के साल

विदेश से एमबीबीएस पढ़ने वाले छात्रों के लिए बड़ी खबर है। एनएमसी ने छात्रों के लिए इंटर्नशिप के साल घटा दिए है, जो पहले 3 साल थे।

Written By: Shailendra Tiwari @@Shailendra_jour
Published on: June 21, 2024 15:02 IST
NMC- India TV Hindi
Image Source : FILE PHOTO NMC

अगर आपने विदेश से एमबीबीएस की पढ़ाई की है तो ये खबर आपके काम की है। एनएमसी ने इंटर्नशिप की अवधि को घटा दिया है। एनएमसी ने एक नोटिस जारी कर इसकी जानकारी दी। नोटिस में एनएमसी ने कहा कि जिन छात्रों ने ऑनलाइन कक्षाओं के जगह पर फिजिकल मोड में क्षतिपूर्ति कक्षाएं (Compensated Classes) ली हैं और भारत में एमबीबीएस के सामान परीक्षा पास की है, वे सभी एक साल की अनिवार्य इंटर्नशिप के लिए पात्र हैं।

पहले 3 साल थी इंटर्नशिप

एनएमसी का यह फैसला फॉरेन मेडिकल ग्रेजुएट्स (FMGs) के लिए राहत के रूप में आया है जो 3 साल की इंटर्नशिप नियम को लेकर परेशान थे। हाल ही में, आयोग ने ऑनलाइन कक्षाओं के लिए कंपसेंटरी सर्टीफिकेट लेने से इनकार कर दिया और एफएमजी के लिए दो से तीन साल की इंटर्नशिप अवधि अनिवार्य कर दी।

क्या कहा गया नोटिस में?

एनएमसी ने नोटिस में स्पष्ट किया, "दिनांक 07 जून, 2024 को सार्वजनिक सूचना के क्रम में, यह स्पष्ट किया जाता है कि सभी छात्र जिन्होंने ऑनलाइन कक्षाओं के बदले फिजिकल रूप से ऑनसाइट कक्षाएं ली हैं और बाद में भारत में एमबीबीएस के समकक्ष परीक्षा पास की है, वे सीआरएमआई विनियम 2021 में निर्दिष्ट 1 साल की अनिवार्य इंटर्नशिप के लिए पात्र होंगे।" आयोग ने आगे कहा कि अन्य सभी शर्तें समान रहेंगी। यह नियम उन छात्रों पर भी लागू होगा जिन्होंने दूसरे देशों से समकक्ष परीक्षा पास की है।

छात्रों ने किया था प्रदर्शन

पिछली घोषणा के बाद, कई एफएमजी छात्रों ने नई नीति के खिलाफ एनएमसी के सामने विरोध प्रदर्शन किया और प्रक्रिया में देरी और 3 साल इंटर्नशिप में आर्थिक और भावनात्मक तनाव का हवाला देते हुए एनएमसी नोटिस को वापस लेने की मांग की।

एनएनसी ने दिया था ये तर्क

हालांकि एनएमसी ने कहा था कि 3 साल की इंटर्नशिप नियम शुरू करने के पीछे का कारण यह था कि कुछ छात्र अपने मूल यूनिवर्सिटी से गलत तरीके से कंपसेंटरी सर्टिफिकेट ले रहे हैं। आगे कहा था, "मेडिकल पेशा अमूल्य इसानी जिंदगी से जुड़ी है, इसलिए लोगों के जीवन को खराब प्रशिक्षित डॉक्टर के कारण दांव पर नहीं लगाया जा सकता है।"

क्या है FMGE?

बता दें कि जो छात्र विदेश से मेडिकल एजुकेशन करते हैं और देश में मेडिकल की प्रैक्टिस करना चाहते हैं, उन्हें फॉरेन मेडिकल ग्रेजुएट एग्जामिनेशन (FMGE) पास करना और कंपलसरी रोटेटिंग मेडिकल इंटर्नशिप (CRMI) पूरी करना आवश्यक है।

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