नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस के हाथ एक बड़ी कामयाबी लगी है। दिल्ली पुलिस ने नीट परीक्षा में धांधली करवाने वाले एक बड़े गिरोह का पर्दाफाश किया है। पुलिस के मुताबिक, ये गिरोह बड़े पैमाने पर नीट एग्जाम में दूसरे की जगह अपने बंदों को बिठाता था। पुलिस ने इस गिरोह के एक सरगना को गिरफ्तार किया है। पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक, गिरोह का सरगना एम्स का बीएससी (रेडियोलॉजी, द्वितीय वर्ष) का छात्र है। इसका नाम नरेश बिश्रोई है। नरेश ने अपने साथ संस्थान के कई छात्रों को गिरोह में पैसों की लालच देकर जोड़ लिया था।
गिरोह में शामिल कई छात्र
दिल्ली पुलिस ने जानकारी देते हुए कहा कि छात्र नरेश बिश्रोई ने एम्स के ही बीएससी (रेडियोलॉजी, प्रथम वर्ष) के कई छात्रों को अपने गिरोह में शामिल कर रखा था। नरेश ने कुछ महीने पहले देश भर में हुई नीट परीक्षा में एम्स के प्रथम वर्ष के छात्रों से परीक्षा दिलवाई थी। पुलिस ने आगे बताया कि नीट परीक्षा में किसी दूसरे की एग्जाम देने के तीन मामले सामने आ चुके हैं। मिली जानकारी के मुताबिक, आरके पुरम थाना पुलिस ने नरेश को उस वक्त गिरफ्तार किया जब वह अपनी द्वितीय वर्ष की परीक्षा दे रहा था। पुलिस ने उसे सोमवार सुबह को गिरफ्तार किया हैं। पुलिस ने गैंग के दूसरे साथी संजू यादव (एम्स का बीएससी, रेडियोलॉजी का प्रथम वर्ष का छात्र) को दूसरे की परीक्षा देते हुए रंगे हाथ पकड़ा है।
वहीं, नागपुर के मवतमाल में नीट परीक्षा सेंटर में दूसरे की जगह परीक्षा देते हुए एम्स के ही दो छात्र महावीर व जितेंद्र भी गिरफ्तार हुए हैं।
7 लाख रुपये में सौदा
पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि उन्होंने एम्स के बीएससी के दूसरी वर्ष के छात्र नरेश बिश्रोई के कहने पर दूसरे की जगह नीट की परीक्षा देने गए थे। नरेश ने उन्हें मोटी रकम का लालच दिया था। वहीं, पूछताछ में आरोपी छात्र नरेश ने बताया कि उसने जिन छात्रों की परीक्षा दिलवाई थी उसने 7 लाख रुपये में सौदा तय हुआ था। एक-एक लाख रुपये एडवांस दे दिए गए थे। बाकी 6 लाख रुपये में बाद में देना तय हुआ था।
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