इस साल NEET एग्जाम पास कर MBBS में एडमिशन लेना की सोच रहे हैं तो ये खबर आपके लिए अहम है। जानकारी के मुताबिक, एनएमसी यानी नेशनल मेडिकल कमीशन ने हाल ही में दिशा-निर्देश जारी किया है। इस दिशा-निर्देश की मानें तो इस साल से MBBS कोर्स में सप्लीमेंट्री बैच खत्म हो जाएगा। अभी MBBS छात्रों के लिए रिजल्ट जारी होने के 6 महीने बाद सप्लीमेंट्री एग्जाम होता है, अब NMC की नई गाइडलाइन के मुताबिक, रिजल्ट घोषणा के 6 हफ्ते के भीतर सप्लीमेंट्री एग्जाम आयोजित होगी जिससे छात्र उसी साल मुख्य रेगुलर बैच ज्वाइन कर लें। जो फिर से फेल होंगे उनके लिए कोई सप्लीमेंट्री बैच नहीं होगा, बल्कि अगले बैच में शामिल होना होगा।
अपनाई जाएगी कॉमन काउंसलिंग प्रक्रिया
एनएनसी द्वारा जारी ग्रेजुएट मेडिकल रेगुलेशन 2023 के अनुसार साल 2024 से MBBS में एडमिशन के लिए ऑल काउंसलिंग की जगह एक कॉमन काउंसलिंग कराई जाएगी। जानकारी दे दें कि अभी मेडिकल कॉलेजों की ऑल इंडिया कोटे की 15 फीसदी सीटों पर काउंसलिंग सेंट्रल अथॉरिटी मेडिकल काउंसलिग स्टेट अथॉरिटी करती है। अभी अलग-अलग काउंसलिंग सिस्टम के कारण छात्रों के AIQ और स्टेट कोटा काउंसलिंग के लिए अलग-अलग रजिस्ट्रेशन करना पड़ता है। बता दें कि हर राज्य के कॉलेज में अलग-अलग फीस भरनी पड़ती है। फिजिकल रूप से काउंसलिंग के लिए वहां जाना पड़ता है। कॉमन काउंसलिंग प्लेटफॉर्म से छात्र एक ही पोर्टल पर देशभर में सीटों के लिए आवेदन कर सकेंगे। इस तरह छात्रों के लिए MBBS में एडमिशन लेने में आसानी होगी।
अगले साल से शुरू होने की तैयारी
नीट में कॉमन काउंसलिंग अगले साल से शुरू होने की तैयारी है। इस साल ये यह सिस्टम शुरू नहीं होगा। अधिकारियों ने कहा कि अभी इसकी तैयारी हो रही है। इसके अलावा रेगुलेशन में कहा गया कि एडमिशन प्रक्रिया 1 अगस्त से शुरू होगी और 30 अगस्त तक हर हाल में खत्म हो जानी चाहिए। यूनिवर्सिटी 30 अगस्त के बाद एडमिशन पाने वाले छात्रों का एडमिशन नहीं करेंगे।
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