वाराणसी बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) जल्द ही हिमाचल प्रदेश के शिमला में अपनी संपत्ति पर एक शोध केंद्र स्थापित करेगा। बीएचयू के प्रवक्ता के मुताबिक कार्यकारिणी परिषद की ओर से मंजूर किए गए प्रमुख फैसलों में शिमला में विश्वविद्यालय की संपत्ति के इस्तेमाल का प्रस्ताव सबसे ऊपर था।कार्यकारिणी सदस्यों ने शिमला में शोध अध्ययन केन्द्र चलाने के निर्णय को स्वीकृति प्रदान की।
एक अन्य प्रमुख प्रस्ताव परिसर में एक विश्व स्तरीय सभागार स्थापित करने का था। सदस्यों ने 1,000 सीटों की क्षमता वाले इस सभागार के निर्माण के लिए सांगानरिया फाउंडेशन द्वारा दिए गए प्रस्ताव को मंजूरी दी।इससे पहले फाउंडेशन ने दिल्ली में एक अकादमिक और औद्योगिक सम्मेलन के दौरान बीएचयू अधिकारियों को यह प्रस्ताव दिया था।सभागार प्रतिष्ठित स्वतंत्र भवन के पीछे बनेगा, जो समान बैठने की क्षमता का सभागार भी है।